राष्ट्रीय हेमेटोलॉजी क्विज में एम्स ऋषिकेश ने रचा इतिहास, जीता राष्ट्रीय खिताब
ऋषिकेश : एम्स ऋषिकेश ने एक बार फिर शैक्षणिक उत्कृष्टता का परचम लहराते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। 9 नवंबर को लखनऊ में आयोजित 17वीं नेशनल हेमेटोलॉजी क्विज प्रतियोगिता में एम्स ऋषिकेश की टीम ने पूरे देश की नामी मेडिकल संस्थानों को पछाड़ते हुए प्रथम स्थान हासिल किया। इस उपलब्धि ने उत्तराखंड ही नहीं, देशभर में संस्थान का नाम रोशन किया है। प्रतियोगिता में विजय प्राप्त करने वाली टीम पैथोलॉजी और मेडिसिन विभाग के स्नातकोत्तर रेजिडेंट्स की संयुक्त टीम थी। टीम की जीत पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक एवं डीन एकेडेमिक ने प्रतिभागियों को बधाई देते हुए इसे एम्स ऋषिकेश की निरंतर बढ़ती अकादमिक उत्कृष्टता और अनुसंधान क्षमता का प्रतीक बताया।
राष्ट्रीय हेमेटोलॉजी क्विज की शुरुआत इसी वर्ष 4 जुलाई को एम्स ऋषिकेश में कॉलेज स्तर की प्रतियोगिता से हुई थी, जिसमें जनरल मेडिसिन, पैथोलॉजी और बाल रोग विभागों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसके बाद 8 अगस्त को क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिता में एम्स ऋषिकेश ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चैंपियनशिप अपने नाम की। इसके बाद 17 सितंबर को पीजीआई चंडीगढ़ में आयोजित नॉर्थ जोन फाइनल में एम्स ऋषिकेश की टीम ने कठिन मुकाबले में पीजीआई एमईआर चंडीगढ़, एम्स बठिंडा, एमएमआईएसआर सोलन और एसकेआईएमएस श्रीनगर जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं को पीछे छोड़ते हुए नॉर्थ जोन का प्रतिनिधित्व करने का गौरव हासिल किया।

आईएसएचबीटी के 66वें वार्षिक सम्मेलन के दौरान लखनऊ में आयोजित फाइनल प्रतियोगिता में देशभर के विभिन्न जोन्स की विजेता टीमें आमने-सामने थीं। फाइनल में एलएचएमसी नई दिल्ली मध्य क्षेत्र, जेआईपीएमईआर पुडुचेरी दक्षिण क्षेत्र, जीएमसी हैदराबाद पश्चिम क्षेत्र, एससीबी मेडिकल कॉलेज कटक पूर्वी क्षेत्र तथा नॉर्थ जोन की कुल 205 टीमों के साथ कठिन प्रतिस्पर्धा के बीच एम्स ऋषिकेश की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय खिताब हासिल किया।कार्यक्रम के दौरान आईएसएचबीटी के अध्यक्ष ब्रिगेडियर डॉ. तथागत चटर्जी और इंडियन कॉलेज ऑफ हेमेटोलॉजी के सचिव प्रो. आर.के. जेना ने विजेता टीम को प्रमाणपत्र और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने बताया कि प्रतियोगिता की स्टेट कोऑर्डिनेटर एम्स ऋषिकेश पैथोलॉजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रियवधना रहीं, जिनके मार्गदर्शन में टीम ने उत्कृष्ट तैयारी की। विजेता टीम में शामिल हैं.
डॉ. एर्ना अहसन, जूनियर रेजिडेंट, पैथोलॉजी , तृतीय वर्ष
डॉ. गायत्री, जूनियर रेजिडेंट, पैथोलॉजी , तृतीय वर्ष
डॉ. बिक्की दत्ता, जूनियर रेजिडेंट, मेडिसिन , द्वितीय वर्ष

संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों, पैथोलॉजी विभाग के हेड प्रो. संजीव किशोर, जनरल मेडिसिन विभाग के हेड प्रो. रविकांत, डॉ. वेंकटेश पाई, डॉ. हरीश चंद्रा सहित कई फैकल्टी सदस्यों ने टीम को शुभकामनाएं दीं। संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने इस जीत को एम्स ऋषिकेश की शैक्षणिक और शोध उत्कृष्टता की दिशा में एक मील का पत्थर बताते हुए टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि संस्थान की अनुसंधान आधारित शिक्षा, नवाचार और बेहतर प्रशिक्षण प्रणाली की सफलता का प्रमाण है। एम्स ऋषिकेश की यह उपलब्धि न केवल संस्थान के लिए गौरव का विषय है, बल्कि देशभर के युवा मेडिकल विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत भी है।
