जम्मू में दीवाली 2025 पर बढ़ा वायु प्रदूषण, एयर क्वालिटी इंडेक्स 196 तक पहुंचा
जम्मू : दीवाली के उत्सव में आतिशबाजी के रंगों ने शहर को जगमगाया, लेकिन इसका असर शहर की हवा पर भी दिखा। जम्मू में इस वर्ष दीवाली के दौरान आतिशबाजी और पटाखों के उपयोग से वायु गुणवत्ता खराब हो गई। पर्यावरण विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 196 तक पहुँच गया, जो हवा को ‘मध्यम’ श्रेणी में रखता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, पटाखों के धुएं में मौजूद हानिकारक रसायन और गैसें वायु प्रदूषण को बढ़ाती हैं, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन, गले में खराश और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बच्चे, बुजुर्ग और श्वसन रोग से पीड़ित लोग विशेष रूप से प्रभावित हो सकते हैं।
पर्यावरण विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस दौरान एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें, घर के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें और स्वास्थ्य पर असर पड़ने पर चिकित्सक से संपर्क करें। अधिकारियों ने कहा कि दीवाली के मौके पर पटाखों का सीमित और सुरक्षित उपयोग वायु प्रदूषण को कम करने में मदद कर सकता है।
शहर के अस्पतालों ने भी आने वाले दिनों में वायु प्रदूषण से जुड़े मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए तैयारियाँ तेज कर दी हैं। वहीं, नागरिकों में चेतना बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया और स्थानीय समाचार माध्यमों के जरिए सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है।
जम्मू प्रशासन और पर्यावरण विशेषज्ञ दोनों ने मिलकर कहा कि आने वाले वर्षों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पटाखों का नियंत्रित उपयोग करना अत्यंत जरूरी है, ताकि त्योहारी खुशी स्वास्थ्य पर भारी न पड़े।
