अल्मोड़ा: जंगल में आग की चपेट में आने से 4 वन कर्मियों की मौत
अल्मोड़ा में गुरुवार को जंगल में आग लगने से बड़ा हादसा हो गया। यहां जंगल की आग की चपेट में आने से वन विभाग के चार कर्मचारियों की मौत हो गई। यह मामला अल्मोड़ा जिले के बिनसर वन्य अभ्यारण क्षेत्र का बताया जा रहा है।
वहीं, वन विभाग के रेंजर मनोज सनवाल ने बताया कि जंगल में आग लगने की सूचना मिली थी। जिसके बाद वन विभाग के आठ कर्मचारी मौके पर पहुंचे थे। मनोज सनवाल के मुताबिक आग नीचे गधेरे से सड़क की तरफ ऊपर आ रही थी। इस दौरान वन कर्मी आग बुझाने की योजना बना ही रहे थे कि तभी तेज हवा का झोंखा आया और आग की लपटों ने विकराल रूप ले लिया। इस आग की चपेट में वन कर्मियों समेत सड़क पर खड़ा वाहन भी आ गया।
आग इतनी भयानक थी कि चार कर्मियों को अपनी जान बचाने का मौका तक भी नहीं मिला और वहीं पर जिंदा जल गए। वहीं चार अन्य कर्मचारी भागने में सफल रहे है, हालांकि वो भी काफी बुरी तरह से झुलस गए, जिसमें एक की हालत गंभीर बनी हुई है।
सभी घायलों को बेस अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को हायर सेंटर हल्द्वानी सुशीला तिवारी हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। बता दें कि अल्मोड़ा जिले में इससे पूर्व भी पांच लोग जंगल की आग में झुलस कर अपनी जान गवा चुके है।
बेस अस्पताल के सीएमएस अशोक कुमार ने बताया कि एक कर्मी 80 प्रतिशत तक जल चुका है, जबकि अन्य 45 प्रतिशत तक झुलस चुके हैं। सभी को हल्द्वानी रेफर कर दिया गया है।
अपर प्रमुख वन संरक्षक वन अग्नि एवं आपदा प्रबंधन निशांत वर्मा का कहना हैं कि फिलहाल प्रारंभिक सूचना यही आई है कि वन विभाग के चार कर्मचारियों जलकर मौत हो गई है। यह हादसा कैसे हुआ कब हुआ अभी इसकी सूचना ली जा रही है। कुमाऊं के तमाम बड़े अधिकारी को मौके पर भेजा गया है। इससे ज्यादा अभी कोई जानकारी उनके पास नहीं है। क्योंकि जब वन विभाग की टीम मौके पर नहीं जाती, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता। बता दें कि इससे पहले ही अल्मोड़ा जिले में पांच लोग वनान्गि की शिकार हो गए थे।
मृतकों के नाम:
दीवान राम 35 (वन कर्मी)
करन आर्य- 21 (वन कर्मी)
त्रिलोक मेहता-56 (वन कर्मी)
पूरन मेहरा-52 पीआरडी जवान
घायल वनकर्मी:
कृष्ण कुमार (21)
भगत सिंह भोज (38)
कैलाश भट्ट (44)
कुंदन नेगी (44) (पीआरडी जवान)