भारतीय फूड टूरिज़्म में तेजी, शहरों के पारंपरिक पकवानों को मिल रही वैश्विक पहचान
कहा जाता है कि भारत को समझने का सबसे बेहतरीन तरीका है उसका ‘खाना’। जैसे भाषा और पानी हर सौ किलोमीटर पर बदल जाते हैं, वैसे ही बदल जाता है हमारे खाने का स्वाद, उसकी महक और उसकी कुकिंग शैली। यही वजह है कि दुनिया भर से आने वाले टूरिस्ट केवल ताजमहल या किलों को देखने नहीं आते, बल्कि भारत के चटपटे, रंग-बिरंगे और लजीज व्यंजनों का मज़ा लेने भी पहुंचते हैं। हर शहर के स्वाद में एक कहानी छिपी होती है कहीं परंपरा की, कहीं इतिहास की, तो कहीं पीढ़ियों से चली आ रही रेसिपीज़ की। आइए एक नज़र डालते हैं ऐसे पांच भारतीय शहरों की मशहूर थाली पर, जिनका स्वाद देश ही नहीं, पूरी दुनिया को दीवाना बना देता है।
1. दिल्ली – स्ट्रीट फूड का बादशाह
भारत की राजधानी दिल्ली उतनी ही दिलदार है जितना उसका खाना। पुरानी दिल्ली की गलियों से लेकर कनॉट प्लेस और करणाल रोड तक, हर जगह जायके का एक नया ठिकाना है।

चाट-पापड़ी और गोलगप्पे – इमली, दही और मसालों का ऐसा संगम, जिसे खाकर हर कोई कह उठता है, “दिल्ली की चाट का जवाब नहीं!”
कबाब और परांठे – पुरानी दिल्ली के परांठे वाली गली से लेकर कश्मीरी गेट तक, यहां के परांठे और कबाब की खुशबू दूर तक फैल जाती है।
बटर चिकन – दिल्ली की पहचान। मलाईदार, मसालेदार और बेहद लाजवाब।
2. मुंबई – सपनों के साथ स्वाद का शहर
समुद्र तट से जुड़ा मुंबई का फूड कल्चर उतना ही विविध है जितनी यहां की भीड़। तेज़ रफ्तार जिंदगी में भी यहां के लोग खाने को लेकर कोई समझौता नहीं करते।

वड़ा पाव – मुंबई का असली स्ट्रीट फूड; सरल, सस्ता और हर दिल अज़ीज़।
पाव भाजी – बटर की चमक में डूबी पाव भाजी का स्वाद आपको ज़िंदगी भर याद रहेगा।
बॉम्बे सैंडविच – हल्का-फुल्का, लेकिन फर्क पैदा करने वाला स्वाद।
3. अमृतसर – सरसों दे साग ते मक्की दी रोटी दा स्वर्ग
पंजाब की मिट्टी का असली स्वाद अमृतसर में मिलता है। यहां की खुशबू, यहां की हरियाली और यहां की मेहमाननवाज़ी की झलक भोजन में भी दिखती है।

अमृतसरी कुलचा – बाहर से कुरकुरा और अंदर से मसालेदार, मक्खन से लबालब।
लस्सी – फ्रिज में ठंडी बोतल नहीं, बल्कि बड़े मिट्टी के गिलास में झागदार लस्सी—अमृतसर की पहचान।
लंगर का खाना – हरमंदिर साहिब का सादा, पवित्र और दिल छू लेने वाला स्वाद।
4. कोलकाता – मिठास से भरा स्वाद
कोलकाता की रसोई बंगाल की संस्कृति, संगीत और कला का प्रतिबिंब है। यहां के खाने में मिठास भी है, मसाला भी और नज़ाकत भी।

रसोगुल्ला और मिष्टी दोई – मिठाई नहीं, बल्कि बंगाल का गर्व।
फिश करी – बंगालियों के दिल की धड़कन।
कटलेट और रोल – कॉलेज स्ट्रीट से पार्क स्ट्रीट तक, कोलकाता के रोल्स की अपनी अलग फैन फॉलोइंग है।
5. चेन्नई – दक्षिण भारत का असली स्वाद
दक्षिण भारत की पारंपरिक पाक शैली का असली स्वाद चेन्नई में मिलता है। यहां का खाना हल्का भी है, हेल्दी भी और बेहद खुशबूदार भी।

डोसा और इडली – नरम, सुगंधित और नारियल चटनी के साथ बेहतरीन संगत।
फिल्टर कॉफी – एक बार पी ली तो दिल में उतर जाती है।
सांभर-भात – दक्षिण भारत का रोज़मर्रा का स्वाद, जो अब दुनिया भर में लोकप्रिय है।
भारत का हर शहर अपने साथ एक अलग स्वाद लेकर चलता है। उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक हर ज़िले का खाना एक कहानी कहता है, एक संस्कृति को आगे बढ़ाता है। शायद यही वजह है कि भारत में सिर्फ पर्यटन नहीं, बल्कि फूड टूरिज़्म भी तेजी से बढ़ रहा है। जो भी भारत को गहराई से समझना चाहता है, उसे यहां की थाली से शुरुआत करनी चाहिए क्योंकि भारत का दिल, सच में, उसके खाने में बसता है।
