सीपीआई अधिवेशन: हरीश रावत ने भाजपा पर साधा निशाना, इंडिया गठबंधन की रणनीति पर होगी चर्चा

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  • आगे एक बैकल्पिक दृष्टिकोण के लिए आपके (सीपीआई) के साथ बैठ कर तय करेंगे रणनीति : हरीश रावत
  • प्रदेश में  संगठन मजबूती आगे की रणनीति पर विचार करना  और कार्यकारिणी का गठन मुख्य अजेंडा अधिवेशन का :डॉ गिरीश शर्मा, राष्ट्रीय सचिव 

ऋषिकेश। मुनि की रेती स्थित जीएमवीएन गंगा रिसोर्ट में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) उत्तराखंड का दो दिवसीय 11वां प्रदेश अधिवेशन शनिवार से शुरू हुआ। प्रदेशभर से आए बामपंथियों ने इसमें शिरकत की। अधिवेशन का शुभारम्भ राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व राज्यसभा सांसद अजीत पाशा, डॉ. गिरीश शर्मा और नरेंद्र सिंह ने किया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी उपस्थित रहे। अधिवेशन में प्रदेश कार्यकारिणी के गठन के साथ ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लिए प्रदेश से दो प्रतिनिधि चुने जाएंगे। रविवार को नई कार्यकारिणी का गठन और सम्मेलन का समापन होगा।

इसके अलावा सम्मेलन का उद्देश्य पार्टी स्वयं के बलबूते या फिर इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ेगी यह भी तय करना है. इसको लेकर भविष्य की राजनीतीक रणनीति तय करना है. इस दौरान अजीत पाशा ने कहा, आज देश धर्म और साम्प्रादायिक  के झगड़ों में फंस गया है. हम चाहते हैं की देश ऐसी स्थित से मुक्त हो. डॉक्टर गिरीश शर्मा ने कहा केंद्र सरकार जुमलों में ब्यस्त है. कोई वादा पूरा नहीं किया. वोट चोर गद्दी चोर का विषय बहुत गंभीर है. बिहार में सत्ता का परिवर्तन होगा. मैं लोगों का मन टटोल कर आया हूँ.

सम्मलेन में अलीगढ से आये हुए राष्ट्रीय सचिव डॉक्टर गिरीश शर्मा ने कहा संगठन को मजबूती करना प्रदेश हमारा लक्ष है, साथ ही नयी कार्यकारिणी का गठन भी किया जायेगा. उन्होंने कहा, अलग उत्तराखंड राज्य बनाने के लिए सबसे पहले सीपीआई ने ही इसकी मांग की थी. एक तरह से कहा जाये तो परिकल्पनना भी सीपीआई ने ही की थी. उत्तराखंड में जल जंगल जमीन का मुद्ददा भी हमारी पार्टी उठाती आई है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी इस दौरान सम्मेलन में शिरकत की. इंडिया गठबंधन के वे उत्तराखंड संयोजक भी हैं. उन्हूने संबोधन के दौरान कहा, जब भी लाल और तिरंगे झंडे वाले एक साथ खड़े हुए हैं, देश का विकास हुआ है. उन्हूने आरोप लगाते हुए कहा, भाजपा कुर्सी कुर्सी खेल रही है. धरली आपदा को एक महीना बीत गया है लोग अभी तक अपनों के शव ढूंढ रहे हैं. प्रशासन कुछ नहीं कर  पा रहा है. जिन इलाकों आपदाएं आई हैं वहां मुख्यमंत्री खाली सांकेतिक रूप से जा रहे हैं. बाकी सांसद, विधायक, मंत्री और प्रशासन कहाँ हैं ? सब कुर्सी कुर्सी खेल रहे हैं. उन्होंने कहा सम्मलेन पर हमारी नजर है, उसके बाद एक बैकल्पिक दृष्टिकोण के तहत आपके साथ बैठ कर आगे की रणनीति तय करेंगे.   सम्मेलन को सीपीआईइएम्एल के प्रदेश सचिव इन्द्रेश मैखुरी, सीपीएम  प्रदेश सचिव राजेंद्र पुरोहित.डॉ गिरधर पंडित, अशोक शर्मा, कमला नारायाण नौटियाल, जगदीश कुलियाल  समेत कई कॉमरेड उपस्थित रहे.

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