पौधारोपण के प्रति समर्पण से होगा प्रकृति का संरक्षणएसडीएम डोईवाला ने पर्यावरण योद्धाओं को किया सम्मानित
डोईवाला : प्रकृति संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तहसील सभागार में एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उप जिलाधिकारी अपर्णा ढौडियाल ने पौधारोपण एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले पर्यावरण प्रेमियों और समाजसेवियों को प्रशंसित पत्र देकर सम्मानित किया। इस सम्मान समारोह का उद्देश्य उन लोगों को प्रोत्साहित करना था, जो निरंतर प्रकृति को हरा-भरा बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। समारोह की शुरुआत में एसडीएम अपर्णा ढौडियाल ने सभी उपस्थित लोगों का स्वागत किया और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि बढ़ते प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के दौर में पौधारोपण एक ऐसा कदम है, जो न केवल पर्यावरण को सुरक्षित करता है, बल्कि जीवन को संतुलित बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि समाज में ऐसे कई लोग हैं, जो बिना किसी प्रचार-प्रसार के अपने स्तर पर वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रहे हैं, और ऐसे लोग सच में सम्मान के पात्र हैं।

एसडीएम ने बताया कि डोईवाला क्षेत्र में कई पर्यावरण प्रेमी विभिन्न स्थानों पर पौधारोपण कर रहे हैं और साथ ही पौधों की सुरक्षा, देखभाल और संरक्षण का भी जिम्मा निभा रहे हैं। कई संस्थाएं और स्वयंसेवी समूह पर्यावरण संरक्षण को लेकर नियमित अभियान चला रहे हैं और समाज में जागरूकता फैला रहे हैं। इन सभी प्रयासों ने डोईवाला क्षेत्र में हरियाली बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।कार्यक्रम में मौजूद पर्यावरण प्रेमियों ने भी अपने अनुभव साझा किए। कई लोगों ने बताया कि वे वर्षों से नियमित रूप से पौधारोपण कर रहे हैं और फलदार, छायादार एवं औषधीय पौधों को लगाने पर विशेष जोर देते हैं। कुछ स्वयंसेवियों ने बताया कि पौधों को सुरक्षित रखना उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना उन्हें रोपित करना, इसलिए वे समय-समय पर पौधों की सिंचाई, सुरक्षा और देखभाल में विशेष ध्यान देते हैं।
एसडीएम अपर्णा ढौडियाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी केवल संस्थाओं या अधिकारियों की नहीं है, बल्कि हर नागरिक को इसमें अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने विद्यालयों, युवाओं और सामाजिक संगठनों को इस अभियान से जुड़े रहने और इसे जन-जन तक पहुंचाने की अपील की।समारोह में तहसील प्रशासन के अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के सदस्य, महिलाएं, युवा और विभिन्न क्षेत्रों के पर्यावरण कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में सभी सम्मानित पर्यावरण प्रेमियों को शुभकामनाएं दी गईं और प्रकृति संरक्षण के इस अभियान को और अधिक व्यापक रूप में आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया।
