चंद्रभागा नदी में खनन की मांग तेज

ऋषिकेश: 11 अक्टूबर ऋषिकेश क्षेत्र की चंद्रभागा नदी में खनन कार्य को पुनः शुरू कराने की मांग की । स्थानीय ग्रामीणों, ट्रक यूनियन और श्रमिक संगठनों ने प्रशासन से नदी में नियंत्रित रूप से खनन की अनुमति देने की अपील की है। उनका कहना है कि बीते कई वर्षों से खनन कार्य बंद होने से स्थानीय लोगों की आजीविका पर गंभीर असर पड़ा है।
ग्रामीणों का कहना है कि खनन कार्य से हजारों परिवारों का रोजगार जुड़ा हुआ था। कार्य बंद होने के कारण मजदूरों को दूसरे राज्यों में पलायन करना पड़ रहा है। अगर सरकार नियंत्रित खनन की अनुमति देती है, तो क्षेत्र में रोजगार के अवसर फिर से बढ़ेंगे, एक स्थानीय प्रतिनिधि ने कहा।
वहीं, खनन का विरोध कर रहे पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि चंद्रभागा नदी गंगा की एक महत्वपूर्ण सहायक धारा है, और यहां खनन से नदी का प्राकृतिक एवं पारिस्थितिकी तंत्र प्रभावित हो सकता है। उनका आग्रह है कि किसी भी प्रकार का खनन वैज्ञानिक मानकों और पर्यावरणीय अध्ययन के बाद ही किया जाए।
इस बीच, प्रशासन ने कहा है कि इस मामले पर सभी पक्षों की राय ली जा रही है। संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया है कि पर्यावरणीय प्रभाव का मूल्यांकन कर रिपोर्ट तैयार करें। रिपोर्ट के आधार पर शासन को अंतिम निर्णय के लिए भेजा जाएगा।
स्थानीय विधायक ने भी कहा कि क्षेत्र के विकास और पर्यावरण दोनों को ध्यान में रखते हुए संतुलित निर्णय लिया जाना चाहिए। “हम जनता के हित में हैं, लेकिन पर्यावरण सुरक्षा सर्वोपरि है,” उन्होंने कहा।
चंद्रभागा नदी में खनन पर रोक लगाए जाने के बाद से यह मुद्दा कई बार चर्चा में आ चुका है। फिलहाल प्रशासन की रिपोर्ट और शासन के निर्णय का इंतजार किया जा रहा है।
