धराली गांव में बादल फटने से तबाही, 4 की मौत, 50 से अधिक लापता

उत्तरकाशी जिले के थराली ब्लॉक स्थित धराली गांव में मंगलवार दोपहर लगभग 1:45 बजे भीषण बादल फटने की घटना सामने आई, जिसने पूरे गांव को तबाह कर दिया। खीरगंगा नदी में आई अचानक बाढ़ ने दर्जनों घर, दुकानें, होटल और होमस्टे बहा दिए। सैलाब की विभीषिका ने पूरा बाजार तहस-नहस कर दिया है।
4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका।50 से अधिक लोग लापता, कई के मलबे में दबे होने की संभावना। 10–12 लोग मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं — स्थानीय अनुमान। 20 से अधिक होटल व होमस्टे बह गए हैं, पर्यटन व्यवसाय को बड़ा झटका।

बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। भारतीय सेना की इबेक्स ब्रिगेड, SDRF, NDRF, ITBP और स्थानीय प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है।हरसिल कैंप से सेना की टीमें तत्काल रवाना की गईं। हैवी मशीनरी, sniffer dogs, व PK-MI चुपुक की मदद से मलबे में दबे लोगों को खोजने का प्रयास जारी है।खील गधा नाले में जलस्तर बढ़ने के कारण क्षेत्र पूरी तरह कट चुका है, जिससे पहुंच और बचाव में कठिनाई आ रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताया और प्रशासन को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्र से सहायता की घोषणा की। तीन ITBP और चार NDRF टीमें तत्काल भेजी गईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर संवेदना प्रकट की और भरोसा दिलाया कि “राहत और पुनर्वास कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।”
मौसम विभाग की चेतावनी:
IMD ने 10 अगस्त तक ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश, भू-स्खलन और बादल फटने जैसी आपदाओं की आशंका बनी हुई है।प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे नदी-नालों और संवेदनशील इलाकों से दूर रहें, तथा किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन से संपर्क करें।
आपातकालीन हेल्पलाइन: 9456556431, स्थान: धराली, उत्तरकाशी (थराली ब्लॉक), उत्तराखंड
