बुलेट पर फिर सवार हुए देहरादून के DM, ग्राउंड जीरो पर परखी व्यवस्था
आला अधिकारियों का काम सिर्फ एसी कार्यालय में बैठकर अधीनस्थों को दिशा निर्देश जारी करने तक सीमित नहीं होना चाहिए। उन्हें यह भी देखना चाहिए कि जो निर्देश उन्होंने जारी किए हैं, धरातल पर उन पर अमल हो रहा है या नहीं। इस मामले में जिलाधिकारी सविन बंसल खुद भी ग्राउंड जीरो पर व्यवस्था का हाल देखने में विश्वास रखते हैं।
गुरुवार को वह तीसरी बार बुलेट पर सवार हुआ, पीछे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह को बैठाया और शहर का भ्रमण करने निकल पड़े। इस दौरान उन्होंने आइएसबीटी को जलभराव से निजात दिलाने के लिए तैयार किए गए ड्रेनेज प्लान पर अपने सामने ही काम शुरू करवाया। ड्रेनेज प्लान की रूपरेखा तैयार करने में भी जिलाधिकारी की अहम भूमिका रही थी।
आइएसबीटी चौक क्षेत्र में जलभराव का मुख्य कारण निरंजनपुर सब्जी मंडी क्षेत्र से जाने वाला पानी बनता है। मंडी क्षेत्र से पानी के साथ फल-सब्जियों के सड़े-गले अवशेष भी जाते हैं। इसके अलावा आसपास की तमाम कालोनियों से निकलने वाले पानी की अतिरिक्त मात्रा भी इसमें जुड़ जाती है। जिस कारण पानी आइएसबीटी चौक क्षेत्र में नाले से ओवरफ्लो हो जाता है।
मानूसन सीजन में आइएसबीटी फ्लाईओवर की एक सर्विस रोड (देहरदून की तरफ दायीं) स्वीमिंग पूल की तरह दिखने लगती है। इस समस्या से आइएसबीटी क्षेत्र को निजात दिलाने के लिए स्मार्ट सिटी के तहत फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में टेंडर आमंत्रित किए गए थे।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि अब इस दिशा में धरातल पर काम शुरू करा दिया गया है। उन्होंने स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जून माह तक ड्रेनेज प्लान को पूरा कर दिया जाए। ताकि इस मानसून सीजन में आइएसबीटी चौक क्षेत्र और इसकी सर्विस लेन को जलमग्न होने से बचाया जा सके।
सब्जी मंडी का पानी होगा डाइवर्ट, डाले जाएंगे ह्यूम पाइप
नए ड्रेनेज प्लान के अनुसार निरंजनपुर सब्जी मंडी की तरफ से आने वाले पानी को शिमला बाईपास चौक पर डाइवर्ट (मोड़ा) किया जाएगा। यहां पर क्रास ड्रेन का निर्माण किया जाएगा। जिसके लिया इस भाग पर मैनहोल का निर्माण कर ह्यूम पाइप डाले जाएंगे।ह्यूम पाइप की नई ड्रेन सेंट ज्यूड्स चौक होते हुए शिमला बाईपास रोड पर देवलोक कालोनी से 100 मीटर आगे हिमालयन होटल के पास पहले से बने बड़े नाले से मिलेगी। इस तरह अतिरिक्त पानी आइएसबीटी चौक की तरफ जाने की जगह ह्यूम पाइप से शिमला बाईपास रोड की तरफ डाइवर्ट हो जाएगा।
आइएसबीटी ड्रेनेज प्रोजेक्ट पर एक नजर
- लंबाई, 570 मीटर
- बजट, 2.47 करोड़ रुपये
- ह्यूम पाइप का व्यास, 1600 एमएम
05 साल में पहली बार कंट्रोल सेंटर से जुड़े पुलिस के 150 कैमरे
जिलाधिकारी सविन बंसल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने शहर भ्रमण के दौरान पुलिस के कैमरों को स्मार्ट सिटी के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़े जाने की स्थिति की भी पड़ताल की। जिलाधिकारी ने इस पर संतोष व्यक्त किया कि पांच साल में पहली बार कमरों को कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जा चुका है।
घंटाघर समेत चार जंक्शन में दिखेगी उत्तराखंडी संस्कृति की झलक
जिलाधिकारी सविन बंसल ने यातायात सुधार के साथ ही शहर के चार प्रमुख जंक्शन को बेहतर स्वरुप देने की कार्ययोजना भी तैयार करवाई थी। जिसमें घंटाघर, दिलाराम चौक, कुठालगेट और साईं मंदिर जंक्शन को बेहतर रूप प्रदान किया जाएगा। इसके लिए 10 करोड़ रुपये के बजट का इंतजाम किया गया है।
जिलाधिकारी ने पाया कि दिलाराम चौक के पहाड़ी शैली में सुंदरीकरण का कार्य शुरू किया जा चुका है। उन्होंने अधिकारियों को सभी कार्य प्लान के तहत गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए।
अगले माह से शुरू होगा 11 जंक्शन पर ट्रैफिक लाइट का काम
जिलाधिकारी के अनुसार 11 प्रमुख जंक्शन पर ट्रैफिक लाइट की एसआइटीसी (सप्लाई, इंस्टालेशन, टेस्टिंग एन्ड कमीशनिंग) के काम को भी स्वीकृति दी गई थी। जंक्शन संदरीकरण और ट्रैफिक लाइट के कार्यों में एक साल की एमएमसी (एनुअल मेंटिनेंस कांट्रेक्ट) भी शामिल है। जिसे तीन साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। इस दिशा में अगले माह से काम शुरू करा दिया जाएगा।

