Drug: उत्तराखंड में नशे के सौदागरों का काला कारोबार, युवाओं को कर रहे बर्बाद; अब टास्क फोर्स ने बनाया प्लान
उत्तराखंड में नशे का काला कारोबार अब अपनी जड़े फैला रहा है। दूसरे राज्यों के तस्कर अब देवभूमि में अपना नशे का कारोबार बढ़ा रहे हैं। अब इसी काले कारोबार को खत्म करने के लिए पुलिस महकमा और प्रशासन एक्शन मोड में है। प्रदेश में नशे का काला कारोबार कर रहे अपराधियों के विरुद्ध उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की कार्रवाई जारी है।
एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर नशा सप्लाई करने वाले एक ड्रग डीलर को दबोचा है। आरोपित से 550 ग्राम स्मैक बरामद की गई है। एएनटीएफ इस वर्ष अब तक 42 नशा तस्करों को सलाखों के पीछे भेज चुकी है, जबकि ढाई करोड़ से अधिक के मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं।
ड्रग डीलर पर कसा शिकंजा
बुधवार को एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने प्रेस कान्फ्रेंस कर कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ की एएनटीएफ टीम ने हरिद्वार के श्यामपुर थाने की पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में मंगलवार देर रात हरिद्वार के कांगड़ी क्षेत्र से ड्रग डीलर अमित कुमार पाल निवासी यमुनोत्री एन्क्लेव, सेवला कलां को 550 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया। आरोपित ने पूछताछ में बताया कि यह स्मैक वह बरेली से लेकर आया था और दून में पैडलरों (नशा बेचने वाले तस्कर) के माध्यम से वह ड्रग बेचता है।
बाहर से ड्रग लाकर उत्तराखंड में कर रहा था सप्लाई
आरोपित ने बताया कि वह लंबे समय से बाहरी राज्यों से ड्रग लाकर उत्तराखंड में सप्लाई कर रहा है। अब एसटीएफ पैडलरों की जानकारी जुटा रही है। आरोपित अमित कुमार पाल के विरुद्ध थाना विकासनगर और थाना डालनवाला में भी मुकदमे दर्ज हैं। आठ माह में 42 नशा तस्करों को किया गिरफ्तार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक
इस साल 42 बड़े नशा तस्कर हुए हैं गिरफ्तार
एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि एएनटीएफ की ओर से इस वर्ष अभी तक 42 बड़े नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। कार्रवाई के दौरान लगभग दो किग्रा स्मैंक, 23 किग्रा चरस, सात किग्रा अफीम, 1500 नशीले इंजेक्शन, साढे़ चार लाख नशीली दवाएं और 17 लाख नकली एंटी बायोटिक कैप्सूल व गोलियां पकड़ी गई हैं। उन्होंने अपील की है कि नशे से संबंधित किसी भी प्रकार की गतिविधियों की शिकायत एएनटीएफ के 0135 -2656202 व 9412029536 नंबर पर करें।