ऋषिकेश में 30 मई से दिखेगी गढ़वाली फिल्म ‘देवी होला जब साथ’, सुबह 10:30 बजे

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  • शुक्रवार से ऋषिकेश में प्रदर्शित होगी दवी होला जब साथ गढ़वाली फ़िल्म

ऋषिकेश: देवभूमि उत्तराखंड की सैन्य परम्परा एवं सांस्कृतिक विरासत से सजी फ़िल्म “दवी होला जब साथ”  शुक्रवार 30 मई से ऋषिकेश के रामा पैलेस में रोजाना एक शो सुबह 10:30 बजे होगी प्रदर्शित:- अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के कार्यालय में गढ़वाली फिल्म दवी होला जब साथ के पोस्टर का हुवा लोकार्पण। बुधवार को महासभा के देहरादून रोड स्थित कार्यालय में मुंबई के प्रोडक्शन हाउस डीप विजन के बैनर तले निर्मित गढ़वाली पिक्चर फिल्म दवी होला जब साथ से जुड़ी टीम ने पोस्टर का लोकार्पण महासभा के संस्थापक अध्यक्ष डॉ राजे नेगी फिल्म निर्देशक रवि दीप,सृजनात्मक निर्देशक अमित दीक्षित,संवाद निर्देशक शोभना रावत स्वामी एवं लोक कलाकार रोशन उपाध्यय, समाजसेवी गणेश बिजल्वाण ने सँयुक्तरूप से किया। निर्देशक अमित दीक्षित ने बताया कि उत्तराखंड की मनमोहन प्राकृतिक सुंदरता वर्षों से देश-विदेश के फिल्म निर्माता को आकर्षित करती रही है जिससे यह प्रदेश फिल्म निर्माण के लिए पसंदीदा गंतव्य बन गया है अब तक कि यहां की क्षेत्रीय भाषाओं में फिल्में मुख्य रूप से स्थानीय निर्माता द्वारा ही बनाई जाती थी।

बॉलीवुड और अन्य फिल्म नगरियों के कंपनियों इन भाषाओं में कम ही उतरती थी। इस परंपरा को तोड़ते हुए मुंबई स्थित प्रोडक्शन हाउस डीप विजन ने गढ़वाली भाषा में एक संपूर्ण पिक्चर फिल्म ‘दवी होला जब साथ’ का निर्माण किया है। देहरादून, गाजियाबाद और कोटद्वार में रिलीज होने के बाद फिल्म को दर्शकों और समीक्षकों से अभूत पूर्ण सराहना मिली है। उत्तराखंडी फिल्म जगत में भी इस कहानी तकनीकी गुणवत्ता और सांस्कृतिक सच्चाई की खुले दिल से प्रशंसा की है। शुक्रवार 30 मई से ऋषिकेश में भी दर्शक इस फिल्म को रामा पैलेस सिनेमा हॉल में देख सकेंगे जिसका समय सुबह 10:30 बजे का रहेगा। अबतक दर्शकों ने इस फिल्म में प्यार, दोस्ती, पारिवारिक संबंधों, देशभक्ति और बलिदान के जज्बों की भावनात्मक प्रस्तुति का दिल से सराहना की है। सिनेमा विशेषज्ञों ने रवि दीप के संवेदनशील निर्देशन और सशक्त लेखन को तथा लोक अभिनेता मनीष डिमरी, लोक अभिनेत्री कल्याणी गंगोला, अमित भट्ट, अंकिता परिहार, रिया शर्मा, विमल उनियाल, रमेश रावत,रिहान शर्मा, और बाल कलाकार आरव बिजल्वाण के सहज किंतु प्रभावशाली अभिनय को विशेष रूप से सराहा है। गढ़वाली अनुवादक और संवाद निर्देशक शोभना रावत स्वामी ने कहा जब हम दर्शकों की आंखों में आंसू देखे हैं तो वह पल हमें भी भावुक कर देते हैं हमें इस बात की खुशी भी होती है कि हमारी फिल्म ने दर्शकों के दिलों को छुआ है। इस मौके पर महासभा के संस्थापक अध्यक्ष डॉ राजे नेगी ने क्षेत्रीय सिनेमा को समर्थन देने की अपील की उन्होंने कहा कि मौजूदा समय मे आंचलिक फिल्मों को राज्य सरकार से भरपूर सहयोग मिल रहा है लेकिन प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में सिनेमाघरों की भारी कमी होना दर्शकों को निराशा दिलाता है। मैदानी क्षेत्रों में हमारी सबसे बड़ी आशा यही है कि लोग आए इन फिल्मों को देखें और सराहे।इस मौके पर राहुल शर्मा,प्रकाश पेटवाल,रिहान शर्मा उपस्थित थे।

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