चमोली में गौरा देवी विशेष डाक टिकट का विमोचन, पर्यावरण संरक्षण का संदेश गूंजा पूरे क्षेत्र में

खबर शेयर करें -

चमोली : चिपको आंदोलन की प्रणेता और उत्तराखंड की “पहाड़ की बेटी” स्वर्गीय गौरा देवी जी की जन्मशताब्दी समारोह के अवसर पर आज रैणि में ‘गौरा देवी विशेष डाक टिकट’ का विमोचन किया गया। यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण और ग्रामीण महिलाओं की भूमिका को सम्मान देने के लिए आयोजित किया गया था।

विमोचन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने प्रतिभाग किया। उन्होंने गौरा देवी जी के जीवन और उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका जीवन पूरी तरह से पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा के लिए समर्पित था। उन्होंने बताया कि गौरा देवी ने जंगलों को अपने परिवार का हिस्सा मानते हुए उनकी सुरक्षा को धर्म समझा और इसी भावना ने विश्व प्रसिद्ध “चिपको आंदोलन” को जन्म दिया। मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा, गौरा देवी जी केवल उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने हमें सिखाया कि प्रकृति के साथ सामंजस्य ही मानवता का सबसे बड़ा धर्म है। आज हमें उनसे प्रेरणा लेकर यह संकल्प लेना चाहिए कि हम पर्यावरण की रक्षा करेंगे, हर पेड़ को अपने जीवन का हिस्सा मानेंगे और आने वाली पीढ़ियों को हरा-भरा भविष्य देंगे।

कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने भी गौरा देवी जी के योगदान को याद किया और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, पर्यावरण कार्यकर्ताओं और छात्र-छात्राओं ने बड़े उत्साह के साथ इस अवसर का हिस्सा बनकर संदेश फैलाया कि पर्यावरण संरक्षण सिर्फ जिम्मेदारी नहीं, बल्कि जीवन का अभिन्न हिस्सा है।

विशेष रूप से इस अवसर पर ग्रामीण महिलाओं को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने चिपको आंदोलन में गौरा देवी के साथ जंगलों की सुरक्षा में भाग लिया। उन्होंने कहा कि आज भी उनकी याद और कार्य हमें प्रेरित करते हैं कि प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करना हर नागरिक का कर्तव्य है।

कार्यक्रम का समापन सभी ने “हर पेड़, हर नदी, हर पर्वत” की रक्षा के संकल्प के साथ किया। आयोजन ने न केवल स्थानीय लोगों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि युवाओं और छात्रों को भी यह संदेश दिया कि प्रकृति की रक्षा के लिए समाज के हर सदस्य को सक्रिय भूमिका निभानी होगी।

Ad