बाल दिवस पर सुलेख कला प्रतियोगिता आयोजन, छात्र-छात्राओं ने दिखाई रचनात्मक प्रतिभा
प्रतीतनगर, रायवाला : लोक कल्याण समिति प्रतीतनगर द्वारा बाल दिवस के उपलक्ष्य में राजकीय प्राथमिक विद्यालय, प्रतीतनगर में सुलेख एवं कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में लेखन कला, एकाग्रता और भाषा के प्रति प्रेम को बढ़ावा देना था। प्रतियोगिता में विद्यालय के सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रतियोगिता पर प्रथम पुरस्कार- राधिका कुमारी, द्वितीय पुरस्कार- दीपिका, तृतीय पुरस्कार- सृष्टि ने प्राप्त किया । लेखन प्रतियोगिता पर प्रथम पुरस्कार- कृति, द्वितीय पुरस्कार- दीपिका, तृतीय पुरस्कार- राधिका, चतुर्थ पुरस्कार- सुहानी, पंचम पुरस्कार- आंशिका ने प्राप्त किया । विजेता प्रतिभागीयों को मुख्य अतिथि राजेश जुगलान ग्राम प्रधान सहित विशिष्ट अतिथियों ने प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया ।
इस दौरान श्री रामलीला महोत्सव के प्रवक्ता विरेन्द्र नौटियाल , महिला कल्याण सचिव अंजू बडोला, राजेश जुगलान, ग्राम प्रधान प्रतीतनगर, दिव्या बेलवाल जिला पंचायत सदस्य हरिपुर कलां, राजेन्द्र प्रसाद तिवाड़ी, ऋषिराम शर्मा क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतीत नगर, श्रीमती लक्ष्मी राणा पूर्व शिक्षिका, विद्यालय की प्रधान अध्यापिका मंजू थपलियाल, समिति के सदस्य- राम सिंह, रूचि सती, नितेश सेमवाल, आशीष सेमवाल, रोहित नेगी, विशेष तिवाड़ी, आशीष उनियाल, दीपक जोशी, आहिल्या पंवार आदि उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व शिक्षिका लक्ष्मी देवी राणा उपस्थित रहीं, जिन्होंने बच्चों को बाल दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि सुलेख कला न केवल लिखावट को सुंदर बनाती है बल्कि बच्चों में धैर्य, अनुशासन और एकाग्रता भी विकसित करती है। इस अवसर पर प्रतीतनगर के प्रधान राजेश जुगलान ने भी कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति दर्ज की और बच्चों के कार्यों की सराहना की। साथ ही प्रधानाध्यापिका मंजू थपलियाल ने विद्यालय में आयोजित इस प्रतियोगिता की महत्ता पर प्रकाश डाला और अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रकार की गतिविधियाँ बच्चों के व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

सभी अतिथियों ने बच्चों का उत्साह वर्धन किया और कहा कि बाल दिवस जैसे अवसर बच्चों की प्रतिभा को निखारने का सर्वोत्तम समय है। सुलेख प्रतियोगिता में बच्चों ने अपनी-अपनी कक्षा के अनुसार निर्धारित विषयों पर श्रेष्ठ लेखन कार्य प्रस्तुत किया। कुछ बच्चों ने नियमबद्ध और सुंदर अक्षर लिखकर निर्णायकों का ध्यान आकर्षित किया तो कुछ ने अपनी रचनात्मकता और सटीकता से वातावरण को प्रभावित किया। बच्चों के द्वारा स्वच्छ भारत स्वच्छ भारत की थीम पर कला बनाई गई। जिसे अतिथियों और शिक्षकों ने सराहा।
निर्णायक मंडल ने लेखन की स्पष्टता, स्वच्छता, रेखांकन और प्रस्तुति के आधार पर विजेता विद्यार्थियों का चयन किया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी बच्चों की मेहनत झलक रही थी, जिससे निर्णय भी चुनौतीपूर्ण रहा। कार्यक्रम के समापन सत्र में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार, प्रमाण पत्र और प्रोत्साहन उपहार प्रदान किए गए। पुरस्कार प्राप्त करते समय बच्चों के चेहरों पर जो खुशी थी, वह कार्यक्रम को और भी यादगार बना गई।
प्रधानाध्यापिका मंजू थपलियाल ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं, अभिभावकों और विशेष रूप से आए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बाल दिवस पर आयोजित इस प्रतियोगिता का उद्देश्य बच्चों में आत्मविश्वास और रचनात्मक सोच को बढ़ावा देना था, जो पूरी तरह सफल रहा। विद्यालय परिसर पूरे दिन बच्चों की कलात्मक ऊर्जा, उल्लास और सीखने की भावना से सराबोर रहा। बाल दिवस की खुशियों के साथ सुलेख प्रतियोगिता ने बच्चों के दिलों में एक नई प्रेरणा का संचार किया।
