1600 मेडल विजेता खिलाड़ियों के नाम पर 2.77 हेक्टेयर वन भूमि को खेल वन के रूप में किया जाएगा विकसित

ऋषिकेश 14 फरवरी 2025 । 38 वे राष्ट्रीय खेलों के समापन अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल और सतपाल महाराज ने शिरकत की। सरकार द्वारा राष्ट्रीय खेलों के भव्य और दिव्य आयोजन के लिए कैबिनेट मंत्री डॉ अग्रवाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई दी। साथ ही उत्तराखंड को इतने बड़े कार्यक्रम के आयोजन की मेजबानी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का आभार भी व्यक्त किया।

शुक्रवार को मंत्री डॉ अग्रवाल ने गोलापार हल्द्वानी स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम में 38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने कहा कि हम उत्तराखंडियों के लिये राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी एक बड़ा अवसर है। कहा कि हमारे यहां नेशनल गेम्स के सभी आयोजन सफल तरीके से संपन्न हुए हैं। अन्य प्रदेशों के जो खिलाड़ी आए हैं, वह भी एक अच्छा अनुभव देवभूमि से लेकर जा रहे हैं।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि राज्य में अच्छी खेल सुविधाएं विकसित हुई हैं और खिलाड़ियों ने भी बड़ा अच्छा प्रदर्शन करके राज्य का मान-सम्मान बढ़ाया है। पदक तालिका में भी हम टोप टेन में शामिल हैं, जबकि गोवा में आयोजित 37वें राष्ट्रीय खेलों में हम 25 वें स्थान पर थे।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखंड की मेजबानी में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन ग्रीन गेम्स की थीम पर किया गया है। 1600 मेडल विजेता खिलाड़ियों के नाम पर 2.77 हेक्टेयर वन भूमि को खेल वन के रूप में विकसित होगी। 38वें राष्ट्रीय खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के नाम पर यहां पर पौधारोपण होगा। उत्तराखंड की यादें, और खिलाड़ियों का परिश्रम इन पेड़ों के माध्यम से उन्हें हमेशा याद रहेगा। क्यों कि खेल के साथ पर्यावरण का संरक्षण भी हमारे लिए जरूरी है।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड को 38वे राष्ट्रीय खेलों में बड़ी उपलब्धि मिली है। अब हमारी देवभूमि खेल भूमि के रूप में स्थापित होगी और यहां के खिलाड़ी खेलों के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं, ऐंसे खिलाड़ियों को अच्छा स्थान मिलेगा, खिलाड़ियों के व्यक्तित्व का विकास होगा। कहा कि खेलों के क्षेत्र में खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करने के बेहतर अवसर मिलेंगे। कई सारे खेल स्ट्रक्चर हरिद्वार व देहरादून में भी बने हैं। राज्य में वेलो ड्रम्स बनाया गया है, अनेक स्विमिंग पूल से लेकर साइकिलिंग के साथ ही अनेक ऐसी प्रतियोगिताएं जो अन्य राष्ट्रीय खेलों में हैंगर्स में होती थीं, वे सारी प्रतियोगिताएं हमारे राज्य में परमानेंट स्ट्रक्चर पर हो रही हैं।
मंत्री महाराज ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलो में पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखा गया है। खेल आयोजनों में ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग किया जा रहा है। रीसाइकिल बोतलों में ही पानी की व्यवस्था की गई है। स्पोर्ट्स कॉलेज, रायपुर में 2 मेगावाट का सोलर प्लांट भी स्थापित किया गया है। रीसाइकिल वेस्ट के प्रयोग से सजावट की चीजें बनाई गई है। साथ ही खेल परिसर में साफ सफाई का भी विशेष ध्यान रखा गया है।