एम्स ऋषिकेश में चतुर्थ व्हाइट कोट सेरेमनी, 2025 बैच के छात्रों ने ली चिकित्सा सेवा की शपथ

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ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान AIIMS ऋषिकेश में सोमवार को संस्थान की चतुर्थ व्हाइट कोट सेरेमनी का भव्य आयोजन किया गया। इस समारोह के दौरान एमबीबीएस वर्ष 2025 बैच के प्रथम वर्ष के सभी छात्र-छात्राओं ने चिकित्सा पेशे की प्रतिष्ठित शपथ ली और मानव सेवा के संकल्प को दोहराया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता एम्स निदेशक द्वारा की गई, जिन्होंने अपने संबोधन में कहा कि एक सफल चिकित्सक बनने के लिए केवल चिकित्सा ज्ञान ही पर्याप्त नहीं, बल्कि रोगी की हर छोटी-बड़ी समस्या को गंभीरता से सुनना सबसे महत्वपूर्ण गुण है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर-रोगी के बीच विश्वास का संबंध संवेदनशीलता और संवाद पर आधारित होता है, इसलिए मेडिकल छात्र शुरुआत से ही मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता दें।

समारोह में संस्थान के वरिष्ठ चिकित्सकों और संकाय सदस्यों ने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि व्हाइट कोट केवल एक पोशाक नहीं, बल्कि जिम्मेदारी, अनुशासन और सेवा का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि चिकित्सा पेशा समाज में सबसे विश्वसनीय माने जाने वाले क्षेत्रों में से एक है, इसलिए चिकित्सकों का आचरण और सेवा भावना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने एक-एक कर व्हाइट कोट धारण किया और उसके बाद चिकित्सा सेवा को समर्पित शपथ का सामूहिक वाचन किया। छात्रों ने रोगी की गरिमा की रक्षा, गोपनीयता बनाए रखने तथा हर परिस्थिति में मानवीय और नैतिक व्यवहार का पालन करने का संकल्प लिया।

समारोह में अभिभावकों की भी उपस्थिति रही, जिन्होंने अपने बच्चों को चिकित्सा के क्षेत्र में प्रवेश करते देख गर्व व्यक्त किया। अंत में धन्यवाद प्रस्ताव में संस्थान प्रशासन ने सभी मेहमानों का आभार जताते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में ये छात्र समाज की स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ बनकर उभरेंगे।समारोह उत्साह, अनुशासन और सेवा भावना के वातावरण में सम्पन्न हुआ।

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