ऋषिकेश में गंगा से मिला कुणाल वर्मा का शव, सात दिन से चल रहा था सर्च ऑपरेशन
ऋषिकेश : लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र के मस्तराम घाट में बीते सप्ताह गंगा नदी में डूबे युवक कुणाल वर्मा 20 वर्ष का शव मंगलवार की सुबह रामझूला घाट के पास बरामद कर लिया गया। बीते सात दिनों से लगातार चल रहे एसडीआरएफ और जल पुलिस के संयुक्त सर्च ऑपरेशन को आखिरकार सफलता मिली।जानकारी के अनुसार, कुणाल वर्मा, निवासी जीरकपुर, चंडीगढ़, निजी विश्वविद्यालय में बीबीए तृतीय वर्ष का छात्र था। वह अपने तीन दोस्तों के साथ 05 नवंबर 2025 की शाम ऋषिकेश घूमने आया था। शाम के समय चारों मित्र मस्तराम घाट पहुंचे और गंगा में स्नान करने लगे। नहाने के दौरान कुणाल कुछ ही पलों में गहरे पानी में चला गया और तेज धार में बह गया। उसके दोस्तों ने शोर मचाकर आसपास मौजूद लोगों और पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक कुणाल लहरों में ओझल हो चुका था।

घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ ढालवाला टीम तत्काल मौके पर पहुँची। टीम अपने साथ रेस्क्यू बोट, राफ्ट, लाइफ जैकेट, रस्सियां और डीप डाइविंग उपकरण लेकर पहुँची थी। साथ ही जल पुलिस की एक टीम भी सर्च ऑपरेशन में जुट गई। इंस्पेक्टर कविन्द्र सजवाण ने बताया कि घटना के बाद से ही लगातार प्रतिदिन गंगा नदी के विभिन्न हिस्सों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। स्कूबा डाइवर्स की मदद से गंगा की गहराई में जाकर सघन खोजबीन की गई। टीमों ने मस्तराम घाट से लेकर रामझूला, तेरह मील, तपोवन और नीलकंठ रोड तक गंगा के कई हिस्सों में सर्चिंग की, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी।
कविन्द्र सजवाण ने बताया कि लगातार प्रयासों के बाद मंगलवार की सुबह लगभग 9 बजे, रामझूला घाट के पास एसडीआरएफ और जल पुलिस को गंगा के बीच में एक शव दिखाई दिया। टीम ने तुरंत राफ्ट के सहारे शव को बाहर निकाला। परिजनों को सूचना दी गई, जिन्होंने मौके पर पहुँचकर शव की औपचारिक पहचान कुणाल वर्मा के रूप में की।शव को कानूनी कार्रवाई के लिए जिला पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस द्वारा पंचनामा और पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी की जा रही है। इस दौरान परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। परिवार ने बेटे की मौत पर प्रशासन से गंगा घाटों पर सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की मांग की।
एसडीआरएफ कमांडर ने जानकारी दी कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए गंगा तटीय इलाकों में लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को चेतावनी दी जा रही है कि वे बिना लाइफ जैकेट या प्रशिक्षित गाइड के गहरे पानी में प्रवेश न करें। कई बार युवा फोटो खींचने या वीडियो बनाने में गहराई में चले जाते हैं, जिससे हादसे हो जाते हैं। एसडीआरएफ उत्तराखंड पुलिस ने पुनः अपील की है कि गंगा में स्नान करते समय सावधानी बरतें, सुरक्षा चिह्नों के भीतर ही रहें और अपने बच्चों व साथियों पर विशेष ध्यान रखें।
गंगा किनारे हुई इस दुखद घटना ने एक बार फिर यह याद दिला दिया है कि प्राकृतिक स्थलों की सुंदरता के बीच सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। कुणाल वर्मा की असमय मृत्यु ने न केवल उसके परिवार, बल्कि उसके दोस्तों और परिचितों को भी गहरे सदमे में डाल दिया है।
