नेपाली फार्म तिराहे पार्क में “उत्तराखंड शहीद चौक” नामकरण की मांग, एमडीडीए उपाध्यक्ष ने जताया समर्थन

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ऋषिकेश : उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा, जिला देहरादून का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी से मिला। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जिला अध्यक्ष शीशपाल पोखरियाल ने किया। इस अवसर पर मोर्चा ने निर्माणाधीन पार्क को जनभावनाओं के अनुरूप “उत्तराखंड शहीद चौक” के रूप में विकसित करने की मांग रखी।

प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि नेपाली फार्म तिराहे पर बने इस पार्क का उद्देश्य न केवल सार्वजनिक स्थल के रूप में शहरवासियों को सुविधा प्रदान करना है, बल्कि यह प्रदेश के शहीदों की स्मृति और गौरव का प्रतीक भी बनना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि नई पीढ़ी उत्तराखंड आंदोलन के संघर्ष और बलिदानों से प्रेरणा ले और शहीदों की कुर्बानी को याद रखे।

प्रतिनिधिमंडल ने पार्क के विकास के लिए निम्नलिखित मांगें रखीं:

पार्क का नाम “उत्तराखंड शहीद चौक” रखा जाए।

पार्क में रानी कर्णावती जी की प्रतिमा स्थापित की जाए।

उत्तराखंड के अमर शहीदों का स्मारक भी बनाया जाए।

पार्क में पीने के पानी, शौचालय, बैठने के उचित स्थान और बस स्टॉप की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान आश्वासन दिया कि वे जनभावनाओं का सम्मान करते हुए इन मांगों पर सकारात्मक विचार करेंगे और आवश्यक कार्यवाही हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करेंगे।

प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि इस पार्क का सही विकास प्रदेशवासियों और आने वाली पीढ़ियों के लिए महत्वपूर्ण है। यह न केवल एक सामुदायिक स्थल होगा, बल्कि शहीदों के बलिदान और उत्तराखंड आंदोलन की इतिहास को संजोने का प्रतीक भी बनेगा।

इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल में जिला अध्यक्ष शीशपाल पोखरियाल, जिला महामंत्री गौतम राणा, जिला कोषाध्यक्ष शंकर दयाल धनाई, और शांति प्रसाद थपलियाल शामिल थे। सभी ने पार्क निर्माण में गुणवत्ता और जनभावनाओं के अनुसार विकास सुनिश्चित करने पर जोर दिया।

स्वाभिमान मोर्चा ने यह भी कहा कि पार्क में आवश्यक सुविधाओं के साथ-साथ शहीदों और रानी कर्णावती की स्मृति स्थलों को प्रमुख स्थान देना अत्यंत आवश्यक है ताकि नागरिक, विशेषकर युवा पीढ़ी, अपने इतिहास और शहीदों के संघर्ष से सीख और प्रेरणा ले सकें।

एमडीडीए उपाध्यक्ष ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि अधिकारियों को निर्देशित करके पार्क का विकास जनभावनाओं के अनुरूप किया जाएगा, और आने वाले समय में इस पार्क को उत्तराखंड के शहीदों और स्थानीय गौरव का प्रतीक बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

यह बैठक उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा की पहल के रूप में आयोजित की गई, जिसमें संगठन ने यह संदेश दिया कि जनभावनाओं और राज्य गौरव की रक्षा के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय करना आवश्यक है।

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