संविधान दिवस पर पीएम मोदी ने किया कर्तव्यों को सर्वोपरि रखने का आह्वान
नई दिल्ली: संविधान दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों के नाम एक खुला पत्र जारी कर नागरिकों से संविधान में उल्लिखित कर्तव्यों को सर्वोपरि रखने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है और अधिकारों की पूर्ण प्राप्ति कर्तव्यों के ईमानदार पालन पर ही निर्भर करती है।
पीएम मोदी ने अपने संदेश में बताया कि संविधान न केवल नागरिकों के अधिकार तय करता है, बल्कि उन कर्तव्यों का भी उल्लेख करता है जो एक सशक्त लोकतंत्र की नींव माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि कर्तव्य केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय प्रगति की आधारशिला हैं। प्रधानमंत्री ने लिखा कि विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब देश का हर नागरिक अपने कर्तव्यों को जीवन का अनिवार्य हिस्सा बना लेगा।

संविधान दिवस के मौके पर संसद के केंद्रीय कक्ष में आयोजित विशेष समारोह में देश के शीर्ष संवैधानिक पदाधिकारी उपस्थित रहे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, जेपी नड्डा सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
समारोह की शुरुआत संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक पठन से हुई। इसके बाद संविधान निर्माण की ऐतिहासिक यात्रा, नागरिकों की जिम्मेदारियों और भारत के लोकतांत्रिक ढाँचे पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने भी नागरिकों से सामाजिक सामंजस्य, राष्ट्रीय एकता और विधि के शासन को सशक्त बनाने की दिशा में कार्य करने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि आज भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है और वैश्विक पटल पर अपनी अलग पहचान बना रहा है। ऐसे समय में यह आवश्यक है कि प्रत्येक नागरिक न केवल अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो, बल्कि संविधान द्वारा बताए गए कर्तव्यों के पालन के लिए भी उतना ही सजग रहे। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार नागरिक ही मजबूत राष्ट्र का निर्माण करते हैं।
संविधान दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों में संविधान के प्रति सम्मान, जागरूकता और कर्तव्यभाव को बढ़ावा देना था। देशभर में विभिन्न संस्थानों, स्कूलों और सरकारी कार्यालयों में भी इस अवसर पर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
