एम्स ऋषिकेश में योग दिवस पर 600 से अधिक स्टाफ ने किया योगाभ्यास, निदेशक ने योग को बताया जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा

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ऋषिकेश: 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में एम्स ऋषिकेश में विभिन्न योग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि आज के दौर में स्वस्थ रहने के लिए योगाभ्यास सबसे बड़ा साधन है। उन्होंने इसे दैनिक दिनचर्या में अपनाने की आवश्यकता बतायी।

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योग दिवस के अवसर पर संस्थान परिसर में आयोजित विशेष कार्यक्रम के दौरान दौरान संस्थान के फेकल्टी सदस्यों, चिकित्सकों, अधिकारियों, हेल्थ केयर वर्करों और अन्य स्टाफ ने बड़ी संख्या में शामिल होकर योगाभ्यास किया और योग को दैनिक जीवन शैली में अपनाने की बात कही।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने योग को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहु तलाभकारी बताया। उन्होंने कहा कि योग हमारे मन और मस्तिष्क दोनों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। योग को प्राचीन धरोहर बताते हुए प्रो0 मीनू ने कहा कि योग को दैनिक तौर पर अपनाने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर ही सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कार्यक्रम समन्वयक व वरिष्ठ आयुष चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीलोय मोहंती ने बताया कि योग महोत्सव के अंतर्गत संस्थान में कार्यक्रमों की श्रंखला 13 जून 2024 को शुरू की गई थी। इसका आयोजन 25 जून तक जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर संस्थान के 600 से अधिक स्टाफ सदस्यों ने विभिन्न योगिक क्रियाओं का अभ्यास किया।

कार्यक्रम के दौरान आयुष विभाग के योगा थेरेपस्टि दीप चन्द्र जोशी और संदीप भंडारी ने कपाल भाती, अनुलोम-विलोम, प्राणायाम, ताड़ायाम और योग-ध्यान आदि योग क्रियाओं का प्रदर्शन कर शरीर के लिए इसके लाभ गिनाए गए।

संस्थान के आयुष विभाग और इन्टिगे्रटेड मेडिसिन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम में केन्द्रीय परिवार कल्याण और स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव फूलचन्द्र प्रसाद, डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डाॅ0 मोहित धींगरा, आयुष विभाग की हेड डाॅ0 मोनिका पठानिया, डॉ. श्वेता मिश्रा, अधीक्षण अभियन्ता ले0 कर्नल राजेश जुयाल सहित विभिन्न विभागों के संकायगण, नर्सिंग अधिकारी व अन्य स्टाफ शामिल थे।

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