गढ़ रक्षक महोत्सव में पांडवाज बैंड देगा सांस्कृतिक प्रस्तुति, 11 लोग होंगे सम्मानित
ऋषिकेश : गढ़ सेवा संस्थान की ओर से इस वर्ष भी ‘गढ़ रक्षक महोत्सव ’ का आयोजन बड़े उत्साह और पारंपरिक भव्यता के साथ किया जा रहा है। संस्था के अध्यक्ष रविंद्र सिंह राणा ने जानकारी दी कि आगामी 30 अक्टूबर को अमित ग्राम में 11वां गढ़ रक्षक महोत्सव आयोजित किया जाएगा।इस आयोजन की खास बात यह रहेगी कि उत्तराखंड का लोकप्रिय पांडवाज बैंड अपनी पारंपरिक धुनों और लोकगीतों के माध्यम से राज्य की लोक संस्कृति की अद्भुत झलक पेश करेगा। बैंड के सांस्कृतिक कार्यक्रम में उत्तराखंड की विरासत, परंपराओं और लोकनृत्यों की छटा देखने को मिलेगी।
देहरादून रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में अध्यक्ष राणा ने बताया कि इस वर्ष के महोत्सव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान से जोड़ा गया है। इसके अंतर्गत स्वरोजगार, हस्तशिल्प और पारंपरिक उत्पादों को प्रोत्साहित करने वाले तथा अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे 11 स्थानीय लोगों को सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में पारंपरिक बाजों की थाप, लोकनृत्य और लोकगीतों के माध्यम से उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही पहाड़ी व्यंजनों और स्थानीय उत्पादों के स्टॉल भी लगाए जाएंगे ताकि आगंतुकों को राज्य की संस्कृति और स्वाद का अनुभव मिल सके। राणा ने कहा कि गढ़ रक्षक महोत्सव उद्देश्य युवाओं को अपनी संस्कृति और परंपराओं से जोड़ना है, साथ ही स्थानीय उद्योगों और उद्यमियों को मंच प्रदान करना भी इसका प्रमुख लक्ष्य है।
इस अवसर पर संस्था के उपाध्यक्ष राजीव रावत, कोषाध्यक्ष अरुण बडोनी, सचिव गोपाल सती, निदेशक मनोज ध्यानी, दिनेश पायल, सुमित पंवार, राजेंद्र नेगी, और विजय रावत सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
