रायवाला के बच्चों का जोश: आतंकी ठिकानों पर भारत की कार्रवाई को ‘जय हिन्द’ से सलाम!

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  • बुधवार को  रायवाला स्थित माँ आनंदमयी मेमोरियल स्कूल के नन्हें छात्रों ने दी भारतीय सेना को सलामी – पहलगाम हमले का लिया गया सशक्त प्रतिशोध
  • भारत माता की जय और जय हिंद के नारों के साथ गूंज उठा विद्यालय परिसर 

ऋषिकेश/रायवाला : माँ आनंदमयी मेमोरियल स्कूल में आज देशभक्ति से ओतप्रोत एक प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला, जब प्री-प्राइमरी कक्षा के नन्हें बच्चों ने भारतीय सेना की हालिया सफलता पर उन्हें गर्व और सम्मान के साथ सलामी दी। कहा जय हिन्द…कुछ अलग अंदाज में.  यह आयोजन भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में किए गए उस सर्जिकल अभियान के सम्मान में आयोजित किया गया था, जिसमें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का सशक्त प्रतिशोध लिया गया।

आपको बता दें,   हाल ही में पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकवादियों ने पहलगाम में निर्दोष नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों पर कायरतापूर्ण हमला किया था। इसके जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सरहद में घुसकर आतंकियों के नौ जगहों पर २१  ठिकानों को ध्वस्त कर राष्ट्र को गौरवांवित किया। विशेष बात यह रही कि इस विद्यालय में पढ़ने वाले अधिकांश छात्र सेना अधिकारियों, जवानों एवं डिफेंस स्टाफ से जुड़े परिवारों से संबंध रखते हैं। इसलिए इन बच्चों के लिए सेना केवल एक संस्था नहीं, बल्कि सम्मान और गर्व का प्रतीक है।

कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने तिरंगे झंडे के साथ “जय हिंद” की सुंदर फॉर्मेशन बनाकर भारतीय सेना को सैल्यूट किया। बच्चों के चेहरे पर जोश, आंखों में गर्व और हृदय में मातृभूमि के लिए समर्पण स्पष्ट दिख रहा था।इस देशभक्ति-प्रेरित आयोजन की अगुवाई विद्यालय की निदेशक  निकिता पंजवानी और प्रधानाचार्या  विधि गुप्ता ने की। उन्होंने बच्चों को सेना की वीरता, अनुशासन और बलिदान के महत्व के बारे में बताया। विधि गुप्ता ने कहा, “यह दृश्य न केवल भावुक करने वाला था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि देशप्रेम की भावना बचपन से ही संस्कारों के रूप में विकसित की जा सकती है।”कार्यक्रम में विद्यालय के सभी शिक्षकगण, स्टाफ सदस्य और अभिभावकगण भी उपस्थित रहे। सभी ने भारतीय सेना की इस वीरतापूर्ण कार्यवाही की सराहना करते हुए वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।यह आयोजन नन्हें बच्चों के माध्यम से राष्ट्रप्रेम, एकता और कर्तव्यबोध की भावना को जागृत करने की दिशा में एक प्रेरणादायक प्रयास साबित हुआ।

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