घरेलू हिंसा से त्रस्त परिवार को मिली राहत, पुलिस ने नशेड़ी पति को पकड़ा


- नंदानगर पुलिस ने तुरंत बाल कल्याण समिति गोपेश्वर चमोली से संपर्क किया
चमोली : नंदानगर थाना अंतगत एक ब्यक्ति अपनी पत्नी और बच्चों को मारपीट करता था. पुलिस के पास मामला पहुंचा तो पुलिस मां सहित बच्चों को रेस्क्यू कर लायी थाने. नंदानगर पुलिस के मुताबिक़, 13 मार्च, 2025 को जब नंदानगर थाने को सूचना मिली कि ग्राम सैती निवासी मनोज कुमार शराब और नशे की लत से ग्रस्त हैं। बताया गया कि मनोज अक्सर नशे की हालत में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मारपीट करता है। मनोज की पत्नी का विवाह आठ वर्ष पूर्व मनोज से हुआ था और उनके दो बच्चे हैं – एक 7 वर्षीय पुत्री और एक 6 वर्षीय बच्चा।स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मनोज का अत्याचार इतना बढ़ गया था कि उसकी पत्नी लगभग आठ महीने पहले अपने मायके चली गई थीं। हालांकि, मनोज ने बच्चों को मां के साथ नहीं जाने दिया। 13 मार्च, 2025 को उसकी पत्नी अपने मायके से वापस अपने घर लौटीं, शायद उम्मीद से कि स्थिति में कुछ सुधार हुआ होगा।
लेकिन दुर्भाग्यवश, स्थिति जस की तस बनी रही। सूचना मिलते ही नंदानगर पुलिस हरकत में आई और तत्काल मौके पर पुलिस बल भेजा गया। पुलिस मनोज कुमार, उसकी पत्नी और दोनों बच्चों को थाने लायी। थाने में पूछताछ के दौरान, पत्नी और दोनों बच्चों ने एक स्वर में मनोज कुमार द्वारा नशे की हालत में मारपीट करने और निरंतर झगड़ा करने की बात बताई। पत्नी ने अपनी लाचारी और बेबसी व्यक्त करते हुए बताया कि वह अपने बच्चों का भरण-पोषण और शिक्षा दिलाने में असमर्थ हैं।इस गंभीर मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए, नंदानगर पुलिस ने तुरंत बाल कल्याण समिति गोपेश्वर चमोली से संपर्क किया। समिति से विचार-विमर्श के बाद, पुलिस ने महिला और दोनों बच्चों को तत्काल राहत प्रदान करते हुए स्थानीय होटल में रुकवाया।आज दिनांक 15 मार्च, 2024 को, पुलिस महिला और बच्चों को वन स्टॉप सेंटर गोपेश्वर में आश्रय दिलाने और बच्चों की शिक्षा तथा परामर्श के लिए बाल कल्याण समिति गोपेश्वर चमोली के समक्ष प्रस्तुत कर रही है।
