मुनि की रेती : गंगा सुरक्षा समिति ने आस्था पथ पूर्णानंद घाट से लेकर के खाराश्रोत पुल तक चलाया स्वच्छता अभियान..
Uttrakhand Times / Muni ki reti :- गुरुवार को गंगा सुरक्षा समिति द्वारा आस्था पथ मुनी की रेती में पूर्णानंद घाट से लेकर के खाराश्रोत पुल तक स्वच्छता अभियान चलाया गया।
गंगा सुरक्षा समिति अध्यक्ष मधु असवाल ने बताया कि गंगा तट आस्था पथ पर सरकार द्वारा कितना पैसा खर्च करके इतने सुंदर घाट बनाए गए लेकिन वहां पर किस तरह से स्थिति बनी हुई है यह आप सब देख सकते हैं। क्योंकि मुझे लगता है स्थानीय शासन प्रशासन नगरपालिका की भी जिम्मेदारी है कि वहां की स्थिति पर नजर रखें। स्वच्छता का ख्याल रखें क्योंकि यहां पर देश-विदेश से बहुत बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं तो वहां की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।
आपको बता दे कि गंगा सुरक्षा समिति कई सालों से गंगा सुरक्षा के लिये काम कर रही है । इस से जुड़ी सभी महिलाएं शाम के समय अपने कार्य छोड़ कर गंगा नदी के तट को साफ सुथरा रखने का प्रयास करती है और इसके लिए लोगों को जागरूक करती है । ऋषिकेश रामझूला, लक्ष्मणझूला, मुनिकी रेती में पर्यटकों का तांता लगा रहता है जिस वजह से गंदगी कूड़ा कचरा हो ही जाता है । गंगा सुरक्षा समिति के काफी प्रयासों से काफी हद तक लोग जागरूक हुए है फिर भी थोड़ी बहुत कसर रह जाती है तो समिति के सदस्य अपना समय निकाल कर सफाई अभियान शुरू कर देते है ।
समिति अध्यक्ष मधु का कहना है कि सफाई कर्मचारी झाड़ू लगाएंगे तो कूड़ा इकट्ठा करके वहीं छोड़ कर चले जाते हैं जगह-जगह कूड़े के ढेर लगें है। जो हवा में इधर उधर फैल जाते है। कभी बारिश हो जाए तो पानी के साथ बह कर गंगा जी में मिल जाते है जिससे जल प्रदूषण होता है।
सफाई के दौरान जगह जगह पेड़ों के नीचे और टिन शैड के नीचे कंबल चदर बंधे दिखाई दिए जो देखने में तो गंदे लग रहे थे। इसके साथ कूड़े में नशे की सामग्री भी मिली जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि तीर्थ नगरी में बड़ी मात्रा में नशा भी किया जाता है जिससे हमारी नौजवान पीढ़ी नशे की गिरफ्त में बहुत तेजी से आ रहे है। लेकिन शासन-प्रशासन का रवैया उदासीन है।
इस अवसर पर मधु असवाल, सुशीला राणा, सुनीता उनियाल, प्रेमलता, सरोज कुकरेती, ममता रावत, महेश , विमला, उर्मिला रतूड़ी, प्रमिला रावत, पूनम, सुनीति, प्रीति, शांति ठाकुर, ममता सेमवाल, पुष्पा, सुलोचना, धीरा, बीना, विमल बडोला, गंगेश उनियाल, आरती आदि मौजूद थे।