ऋषिकेश: पूर्व महापौर अनिता ममगाईं ने इंद्रमणि बडोनी की पुण्यतिथि पर अर्पित किए श्रद्धासुमन

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ऋषिकेश: पूर्व महापौर अनिता ममगाईं ने उत्तराखण्ड के गांधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। सोमवार को नगर निगम परिसर स्थित स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी हाल में राज्य आंदोलनकारियों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने उन्हें नमन किया। इस अवसर पर ममगाईं ने कहा कि उनके जीवन से हमें प्रेरणा मिलती है। उत्तराखंड आज जिन संघर्षों और आंदोलनों के कारण अस्तित्व में है, उनमें बडोनी जी का अहम योगदान रहा है। इसलिए हम उन्हें स्मरण करते हैं।

गौरतलब है कि इंद्रमणि बडोनी का जन्म 24 दिसंबर 1925 को टिहरी गढ़वाल की अधीनस्थ रियासत के छोटे से कृषि प्रधान गाँव अखोरी, हिंदो में हुआ था। उनका जन्म काल्डी देवी और सुरेशानंद के घर हुआ था तथा उन्होंने अपना प्रारंभिक जीवन गरीबी में व्यतीत किया।

उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हिंदोई के अखोरी गाँव से प्राप्त की और आगे की शिक्षा नैनीताल व देहरादून में पूरी की। बडोनी ने 1949 में देहरादून स्थित डीएवी पीजी कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। मात्र 19 वर्ष की आयु में उनका विवाह सुरजी देवी से हुआ और आजीविका की तलाश में वे बम्बई गए, किंतु स्वास्थ्य कारणों से जल्द ही लौट आए।

बडोनी एक कुशल रंगकर्मी भी थे और लोक वाद्य बजाने में निपुण माने जाते थे। इसका उदाहरण 1956 में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में देखा गया, जब उन्होंने हिंदो के लोक कलाकार शिवजनी ढुंग और गिरज ढुंग के नेतृत्व में केदार नृत्य का आयोजन किया था।

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