ऋषिकेश: 23 मई से गढ़वाली फिल्म “निखाण्यां जोग” 10 बजे सुबह रामा पैलेस में, पहाड़ की आत्मा से जुड़ी कहानी

ऋषिकेश। 23 मई यानी कल सुबह 10 बजे गढ़वाली फीचर फिल्म “निखाण्या जोग” रामा पैलेस में लगने जा रही है। दिल्ली, देहरादून और कोटद्वार धूम मचाने के बाद अब ऋषिकेश में देखने को मिलेगी। गढ़वाली फिल्म “निखाण्या जोग”के प्रमोशन को लेकर होटल स्पर्श गंगा, ऋषिकेश में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी। जिसमें गढ़वाली फिल्म “निखाण्या जोग” के कार्यकारी निर्माता डॉ एम आर सकलानी तथा निर्देशक देबू रावत तथा संयोजक डॉ धीरेंद्र रांगड़ , निर्माता आशा सकलानी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए फिल्म की विषय में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि फिल्म 23 मई 2025 को प्रातः 10 बजे के शो में रामा पैलेस ऋषिकेश में प्रदर्शित होने जा रही है। निखाण्या जोग गढ़वाली फीचर फिल्म का संक्षिप्त विवरण व कथासार निखाण्या जोग गढ़वाली फिल्म मानवीय संवेदनाओं पर आधारित एक सामाजिक फिल्म है। मन को उद्देलित कर झकझोर कर रख देने वाली मर्मस्पर्शी कथा वस्तु जो एक पहाड़ की नारी के उच्च आदर्शों को उसके समाज और अपने पत्नी धर्म को उस पवित्रता के शिखर तक निभाने वाली है जहां आज अनेक आधुनिक महिलाएं स्वंय को असहज पाती है।

कथानक का आधार हमारे पहाड़ के ताजा सरोकारों के साथ-साथ एक ऐसे अभागे नायक के आसपास घूमता है जो पहाड से पलायन कर कर्मठ, संघर्षशील और इमानदार होने व उच्च पद प्राप्त करने के बावजूद किसी आधुनिक महिला के प्रेम के जाल में फंस कर अपनी पूर्व पत्नी को छोडकर उससे शादी करने और एडस जैसी गम्भीर बिमारी से ग्रसित होकर मृत्यु पर्यन्त कष्ट भोगता है। उसकी सहजता और सहयोग की भावना ही उसका काल बन जाती है और दूसरी ओर पहाड की नारी जो विवाहित स्त्री धर्म को कई विषमताओं और अपने हिस्से में आये अनेक कष्टों के बाद भी निभाती चली जाती है। जो हमारे पहाड दुर्धर्ष चरित्र का एक उदाहरण प्रस्तुत करती है। इस प्रकार यह फिल्म पहाड के नव युवक के जीवन के उतार-चढ़ाव और संघर्ष की मार्मिक कहानी है। सब क्षमताएँ होते हुये भी ना खा पाना, ना सुख में रह पाना इस फिल्म का आधार है। फिल्म में अन्य स्त्री और पुरूष पात्र भी हैं जो चरित्र के दूसरे कुरूप आयामों के दूसरे चेहरों को उजागर करते हैं। पूरी फिल्म का कथानक पहाड की पीडा और यहां के निवासियों के इर्दगिर्द घुमती है।
गायत्री आर्टस बैनर के तले हाल में निर्मित इस फिल्म के निर्माता आशा मुनेन्द्र सकलानी, निर्देशक देबु रावत, कार्यकारी निर्माता और कहानीकार डा० एम० आर० सकलानी, डी०ओपी० मनोज सती, प्रोडक्शन मैनेजर अशोक नेगी, कियेटिभनिर्दे० मनोज चौहान, सिनमोटोग्राफर एवं एडिटर नागेन्द्र प्रसाद, सह निर्देशक विजय भारती, संगीत निर्देशक अमित कपूर गीतकार सत्येन्द्र परियन्दा, गायक पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, अमित खरे, प्रतिक्षा बमराडा, मेकअप बीकेश बाबू आदि का हैं। मुख्य कलाकार मोहित घिल्डियाल, मानसी शर्मा, प्राची पंवार, रवि मंमगाई, संजय बडोनी, अजयसिह बिष्ट, पुरषोतम जेठूडी, राजेश जोशी, हर्ष खत्री, डा० एस० डी० सकलानी. सुषमा व्यास, विनीता नेगी, अंशिका, अनूप कठैत, पूनम नैथानी, डा० मुनेन्द्र सकलानी, वीरेन्द्र नौटियाल, अशोक नेगी. एम० एस० राणा, राज कपसूडी, सुनील सिंह, बाल कलाकार राजकिरण, प्रीति नौटियाल, सुरेष वशिष्ठ, डा० पी० एस० नेगी. अजय उनियाल, बीनिता बानखण्डे, शिवमोहन सिंह आदि हैं। फिल्म की शूटिंग उनियाल गांव पटी सकलाना, टिहरी गढवाल, चम्बा, काणाताल, नागराजाधार, इठारना, देहरादून, दिल्ली व मुम्बई में हुई।
