प्रतीतनगर–रायवाला पेयजल योजना बनी मुसीबत, बिलों में गड़बड़ी पर विरोध

रायवाला। विश्व बैंक पोषित प्रतीतनगर–रायवाला पेयजल योजना ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गई है। एक ओर उपभोक्ताओं को नलों में पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा, वहीं दूसरी ओर बढ़ा-चढ़ाकर बेहिसाब बिल थमाए जा रहे हैं। इसी को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार को रायवाला स्थित जल संस्थान कार्यालय का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों का कहना था कि रायवाला पूरी तरह ग्रामीण क्षेत्र है, लेकिन पेयजल बिलों में इसे अर्द्धनगरीय क्षेत्र दिखाकर नगरीय मानकों के अनुसार वसूली की जा रही है। कई उपभोक्ताओं को भारी-भरकम बिल थमा दिए गए हैं। बिल दुरुस्त कराने के लिए उपभोक्ताओं को जल संस्थान कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं, जबकि अधिकारी कोई ठोस समाधान नहीं देते।
प्रदर्शन का नेतृत्व प्रतीतनगर के ग्राम प्रधान राजेश जुगलान व जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल ने किया। उन्होंने विभाग से मांग की कि—
बिल 130 रुपये मासिक तय किया जाए।
दो के बजाय त्रैमासिक बिल लिया जाए।
हर बार जोड़ा जाने वाला मीटर चार्ज समाप्त कर अधिकतम 25 रुपये तय किए जाएं।
वार्षिक बिल वृद्धि केवल तीन वर्ष में एक बार हो।
बिलों से अर्द्धनगरीय क्षेत्र का उल्लेख हटाया जाए।
त्रुटिपूर्ण बिलों को तत्काल दुरुस्त किया जाए।
इस दौरान क्षेत्र पंचायत सदस्य अंकित खंकरियाल, ऋषिराम शर्मा, व्यापार सभा अध्यक्ष विवेक रावत, रवि कुकरेती, राहुल गुलाटी, मुकेश भट्ट, मेघा चौहान, गीता थापा, सुषमा नकोटी, नवीन लाल, कुलदीप सिंह नेगी, ललित मोहन चमोला, अनूप सिंह, जयवीर नेगी, विक्रम तड़ियाल सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
