चीला बैराज में SDRF ने बरामद किया महिला वन अधिकारी का शव
ऋषिकेश : चौथे दिन के गहन सर्च अभियान के बाद वन प्रतिपालक अलोकी का शव चीला बैराज में आज SDRF ने बरामद कर लिया है। सोमवार शाम को हुई सड़क दुर्घटना में गायब हुई वन महकमे की महिला अधिकारी आलोकी चीला बैराज लापता हो गई थी। आपको बता दे कि सोमवार को सड़क दुर्घटना में चार वन कर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई थी और महिला अधिकारी आलोकी तब से लापता थी। उसी इंटरसेप्टर वाहन में आलोकी भी सवार थी। SDRF लगातार गहन सर्च अभियान चलाए हुए थी आज चौथे दिन सुबह शव दिखने के बाद एसडीआरएफ ने बाहर निकालकर स्थानीय पुलिस को शव सौंप दिया है। आपको बता दें इससे पहले आलोकी मोतीचूर रेंज की रेंजर थी, कुछ समय पहले प्रमोशन होने के बाद वन्य जीव प्रतिपालक (SDO चीला) के पद पर चीला में पोस्टेड थी। आलोकी श्रीनगर गढ़वाल की रहने वाली थी। उनके पति का दिल्ली में अपना क्लीनिक हैं वे भी यहीं आये हुए थे। दो वर्ष पहले दोनोँ की शादी हुई थी।
वह वन महकमे मि काबिल अधिकारी मानी जाती थी। सोमवार को इंटरसेप्टर वाहन के ट्रायल रन के दौरान सड़क दुर्घटना में 4 वन कर्मियों की मौत हो गयी थी जिसमें चीला रेंजर, एक डिप्टी रेंजर, दो अन्य थे और आलोकी तब से गायब थी। तब से संभावना जताई जा रही थी वह गाड़ी से छिटक कर नहर में गिर गयी होंगी। उसके बाद गहन सर्च अभियान जारी था। वाहन में 10 लोग सवार थे। जिसमें से 4 की मौके पर ही मौत हो गयी थी। पांच घायलों को एम्स लाया गया था। आलोकी लापता थी। घायलों में 3 को डिस्चार्ज कर दिया था। दो की हालत नाजुक बनी हुई है। जिसमें एक पशु चिकित्सक डॉ राकेश नौटियाल भी हैं। SDRF इंस्पेक्टर कवींद्र सजवाण के मुताबिक शव को SDRF की टीम ने आज सुबह बरामद कर लिया है। राफ्ट डालकर डीप डाइविंग टीम ने शव को बाहर निकाल कर लक्ष्मण झूला पुलिस के सुपूर्द कर दिया है। आपको बता दें चीला शक्ति नहर के पानी को पिछले 4 दिन से रोका हुआ था शव की बरामदगी के लिए।