बेटी की शादी से पहले सनसनी, सास दामाद संग फरार, जेवर और नकदी भी ले उड़ी

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  • बारात आनी  थी १६ अप्रैल को उससे पहले सास और दामाद फरार 
  • अलीगढ जिले के  गाँव मनोहरपुर का मामला है, लड़की का पिता जीतेन्द्र कुमार है अब परेशान 
  • दुल्हन बोली, कोई मां ऐसा नहीं करती, जैसा मेरी मां ने मेरे साथ किया है 
  • दुल्हा उत्तराखंड के रुद्रपुर में नौकरी करता था, लोकेशन ट्रेस कर पुलिस लगी है ढूढने दोनों को 

अलीगढ : बेटी की शादी होनी थी होने वाला दामाद और सास दोनों फरार हो गए. घर से पैसे भी ले गए लड़की के लिए जो जेवर बनाये उनको भी साथ ले गयी. मामला अलीगढ का है. होने वाले  ससुर ने बताया कि लड़की की उम्र जैसे ही 18 साल हुई तो उसकी शादी की चिंता होने लगी. पिछले साल 2024 में रक्षाबंधन यानी अगस्त में पड़ोस की मौसी के लड़के से बात हुई कि लड़की के लिए कोई रिश्ता बताओ. मौसी के लड़के के दादों थाना क्षेत्र में रहने वाले दामाद के पिता संपर्क था, तो उनका लड़का रिश्ते के लिए बता दिया. माता-पिता ने जाकर लड़के को देखा और रिश्ता पक्का कर दिया. तब  इस कहानी की शुरूआत हुई.

ससुर ने बताया कि घटना से एक महीने पहले मार्च में पत्नी ने कहा कि दामाद की तबीयत सही नहीं है. वह एक-दो दिन के लिए आए हैं, देखकर आती हूं. पत्नी अपने छोटे बेटे को लेकर दामाद को देखने के बहाने अपनी बेटी की होने वाली ससुराल गई. वहां पर वह एक-दो दिन नहीं पूरे पांच दिन रही और छठवें दिन वापस आई. घर से जाने के एक महीने पहले सास दामाद के यहां पांच दिन रही थी. होने वाले ससुर जीतेन्द्र  ने बताया कि हमने  लड़के को  मोबाइल नंबर नहीं दिया.  लड़का उत्तराखंड के रुद्रपुर में अपने जीजा के यहां जाता-आता था.  मेंहदी आदि लगाने के काम से लड़का वहां गया और अपने जीजा के मोबाइल से सास का नंबर निकाल कर लाया. उसके जीजा ने एक-दो बार यहां पहले फोन किया था तो उसके मोबाइल में घर पर सास के पास रहने वाले मोबाइल का नंबर था. उसके बाद दामाद का सास से फोन पर बात करने का सिलसिला शुरू हुआ था. वही  से कहानी शुरू हुई. ससुर ने बताया कि रिश्ता पक्का होने के बाद होने वाले दामाद ने कहा था कि उसका मोबाइल खराब हो गया है, दिला दीजिए। ससुर ने कहा कि शादी के बाद दे देंगे, पर उसने जिद की.  1 अप्रैल को ससुर ने दामाद के लिए मोबाइल गिफ्ट कर दिया.  जबकि मीडिया रिपोर्ट में चल रहा है कि दामाद ने सास को मोबाइल गिफ्ट दिया, ऐसा नहीं है, क्योंकि सास को ससुर ने एक मोबाइल दे रखा था. ससुर ने बताया कि मैं बैंगलोर में रहता था. यहां पर दोनों के बीच बातों का सिलसिला पिछले तीन महीने से शुरू हुआ. वहां रहकर मुझे पता चला कि शुरू में 2-3 घंटे, फिर 4-6 घंटे से होते होते 20 से 22 घंटे सास-दामाद फोन पर बात करते रहते थे. ग्रामीणों ने भी बताया कि पूरे समय महिला फोन पर ही नजर आती थी.लड़के के पिटा से बात हुई तो उन्हूने बताया लड़का को पकडे लेने गया था.  ससुर  जीतेन्द्र  ने बताया कि हमें तो अपना जेवर और रुपया चाहिए. अगर मेरी पत्नी मेरे सामने आई तो मैं उसे मार दूंगा, अपने साथ नहीं रखूंगा. जिंदगी भर उसके साथ रिश्ता नहीं रखेंगे. हमारे लिए तो वह मर चुकी है. पुलिस ढूंढ के लाये उनको बस.

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