सेठ नारायण सिंह रावत का 90 वर्ष की आयु में निधन, समाजसेवी और बागवानी के अग्रदूत थे।

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पूर्व मंत्री डा हरक सिंह के पिता नारायण सिंह रावत का निधन उनके देहरादून निवास पर हो गया। डा हरक सिंह रावत उन्हे एक निजी अस्पताल ले गए किन्तु डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया । उनकी उम्र करीब 90 साल से अधिक थी सेठ नारायण सिंह रावत मूल रूप से श्री नगर के गहड़ के रहने वाले थे रावत परिवार को सेठ की उपाधि थी। 1985 मे पी एस सी से सेवानिवृत्त नारायण सिंह ने सामजिक कार्यों मे बढ़ चढ़ कर अपनी भूमिका निभाई। गढ़ वाल मे आए भूकंप करोना वा आपदा जैसी घटनाओं मे गांव गांव जा कर नारायण सिंह रावत ने लोगो की सेवा की। नारायण सिंह रावत को बागवानी का बड़ा शौक रहा । छेत्र मे पहला बगीचा लगाने वाले लोगो मे उन्हे आज भी याद किया जाता है साथ हीं लोगो के दुःख सुख मे प्रतिभाग करना उनका नीतकार्य रहा। नारायण सिंह रावत ग्रामपंचायत के पंच भी रहे। नारायण के निधन से श्रीनगर नगर निगम छेत्र मे शौक की लहर है। छेत्र के विशिष्ट लोगो ने श्रद्धंजलि ज्ञापित की है मुख्य रूप से पौड़ी विधायक रजकुमार पोरी , देव प्रयाग विधायक विनोद कंडारी पूर्व मंत्री मतवर सिंह कंडारी, पत्रकारों के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रवीर गायत्री,वरिष्ठ नेता लखपत भंडारी श्रीनगर की मेयर आरती भंडारी ,पूर्व प्रमुख भवानी गायत्री, पूर्व नगर पलिका अध्यक्ष विपिन मैठानी कांग्रेस नेता बीरेंद्र नेगी जिला पंचायत सदस्य भानु बिष्ट मोहनचंद्र गायत्री पूर्व नगर पलिका अध्यक्ष कृष्ण चंद मैठानी साहित गदवाल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कर्मचारी ,व्यापार मंडल श्रीनगर, साहित तमाम लोगो ने श्रद्धांजलि देकर शोक व्यक्त किया

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