उत्तराखंड की महिलाओं के लिए वरदान – श्री सत्य साईं संजीवनी की डॉक्टर टीम

रायवाला (देहरादून): जब बात मातृत्व की आती है, तो सही समय पर सही देखभाल माँ और बच्चे दोनों की ज़िंदगी बचा सकती है। पर उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच आज भी सीमित है। ऐसे में श्री सत्य साईं संजीवनी मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य अस्पताल, रायवाला सैकड़ों-हजारों माँओं के लिए वरदान बनकर सामने आया है। इस सेवाकार्य की अगुआई कर रही हैं – डॉ. प्रणति दास, जो अस्पताल की चीफ़ ऑब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट हैं। “हम यहाँ सिर्फ इलाज नहीं करते, हम सेवा करते हैं – वो भी पूरी तरह निशुल्क,” कहती हैं डॉ. प्रणति। उनके नेतृत्व में अस्पताल की टीम हर दिन ऐसे परिवारों की मदद कर रही है जो इलाज का खर्च नहीं उठा सकते। कोई बिल नहीं, सिर्फ़ सेवा – यह है संजीवनी का वचन। देखिए वीडियो—–
निःशुल्क सेवा
इस अस्पताल में न तो किसी मरीज़ से पैसे लिए जाते हैं, न दवा की कीमत वसूली जाती है, और न ही ऑपरेशन का कोई खर्च होता है।यह भारत का पहला ऐसा मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र है, जो पूरी तरह मुफ्त है – और इसका एक ही उद्देश्य है: “सेवा ही साधना है।”महिला स्वास्थ्य पर विशेष फोकस।
डॉ. प्रणति दास का मानना है कि समाज तभी स्वस्थ हो सकता है जब उसकी महिलाएं सुरक्षित और सशक्त हों। उनका यह प्रयास है कि हर गर्भवती महिला को समय पर जांच, पौष्टिक सलाह, सुरक्षित डिलीवरी और बाद में बच्चों की देखभाल – ये सब एक ही छत के नीचे मिले।
एक जुबेदा, हजारों कहानियाँ। डॉ. प्रणति बताती हैं कि जुबेदा नाम की एक माँ गंभीर हालत में अस्पताल पहुंची थीं। समय पर ऑपरेशन हुआ, बच्चा बचा, माँ सुरक्षित रही।”जब वो मुस्कुराकर अपने बच्चे को गोद में उठाती है, तो समझ आता है कि डॉक्टर होना सिर्फ प्रोफेशन नहीं – एक सेवा है,” डॉ. प्रणति कहती हैं।- — संजीवनी अस्पताल का मिशन:मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना ग्रामीण भारत को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं देना
महिला सशक्तिकरण को स्वास्थ्य के माध्यम से बढ़ावा देना डॉक्टरों और नर्सों को सेवा के भाव से प्रशिक्षित करना—डॉक्टर्स डे के अवसर पर विशेष सम्मान डॉक्टर्स डे 2025 पर डॉ. प्रणति दास और उनकी टीम को उत्तराखंड टाइम्स लाइव सलाम करता है – क्योंकि ये वो डॉक्टर हैं, जो हर दिन निस्वार्थ सेवा कर हजारों परिवारों की ज़िंदगी बदल रहे हैं।
