भीमताल यूनिवर्सिटी में छात्रा की संदिग्ध मौत पर राज्य महिला आयोग सख्त, अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने लिया संज्ञान

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भीमताल/नैनीताल: उत्तराखंड के नैनीताल जनपद स्थित ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, भीमताल में 18 वर्षीय छात्रा की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में अब उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने स्वतः संज्ञान लेते हुए गहरी चिंता जताई है और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), नैनीताल को मामले की गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बीसीए द्वितीय वर्ष की छात्रा का शव 30 जुलाई (बुधवार) को यूनिवर्सिटी के हॉस्टल की छत से लटका हुआ मिला था। कॉलेज प्रशासन ने प्रारंभिक तौर पर इसे आत्महत्या करार दिया है, लेकिन मृतका के पिता ने इस घटना को लेकर रैगिंग को प्रमुख कारण बताया है।

छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी ने कॉलेज में हो रही रैगिंग की जानकारी उन्हें पहले ही दी थी और संबंधित वीडियो भी भेजे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में कॉलेज प्रशासन ने न तो समय पर कोई कार्रवाई की और न ही सहयोग किया। उन्होंने कहा, “मेरी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती, वो हंसमुख और मानसिक रूप से मज़बूत थी।”

महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने इस मामले में चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि छात्रा की मौत एक गंभीर मामला है और यदि इसके पीछे रैगिंग या कोई और उत्पीड़न कारण है तो उसकी गहन जांच कर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि यदि अन्य कारणों से यह आत्महत्या का मामला है तो उसकी भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, जिससे सच्चाई सामने आ सके।कुसुम कण्डवाल ने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में माता-पिता की भूमिका भी अहम होती है। उन्होंने अपील की कि अभिभावक अपने बच्चों से हर दिन संवाद करें, उनके अनुभवों को जानें और यदि किसी तरह की परेशानी हो, तो तुरंत संज्ञान लें।

उन्होंने कहा कि आजकल युवाओं में धैर्य की कमी देखी जा रही है, ऐसे में घर का वातावरण सहयोगी और संवादमूलक होना बेहद ज़रूरी है।फिलहाल, पूरे मामले को लेकर जांच प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है और पुलिस तथा आयोग की नजर इस पर बनी हुई है।

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