मतदाता सूची की गड़बड़ियों पर सर्वदलीय बैठक, सुधार के लिए दिए सुझाव

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ऋषिकेश : वोटर लिस्ट में जान जोड़ने, हटाने या फर्जी वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने इत्यादि जैसी समस्याएं अक्सर चुनाव के वक्त देखि गयी हैं. ऐसे में ऋषिकेश तहसील में मंगलवार को तहसीलदार सुरेन्द्र सिंह ने एक बैठक ली. जिसमें कई राजनीतिक  दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे. इस दौरान,  नेशनल वाणी से बात करते हुए,    कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राकेश सिंह एडवोकेट ने बताया कि बीएलओ /सुपरवाइजर की लापरवाही के कारण नये वोटरों के नाम नहीं जोड़े जाते हैं.  जो वोटर मृतक हो गए हैं, उनके नाम सालों सालों से वोटर लिस्ट में हदे हुए हैं.   यह प्रत्येक लोकसभा/विधानसभा चुनाव में देखा गया है और बीते नगर निकाय चुनाव में भी देखा गया है.  जो लोग सत्ताधारी दल के अनुकूल नहीं  हिं. उन वोटरों के नाम हटाए गए हैं और बहुत सारे नाम अन्य राज्यों से लाकर निकाय चुनाव में चढ़ाए गए हैं. अगर कोई बीएलओ निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा है तो उसे अभी हटाया जाए.  हमने यह भी मांग की,  कि इसी वर्ष सितंबर माह तक पूरे विधानसभा के अंदर वोटरों का पुनरीक्षण का कार्य किया जाए और अक्टूबर माह में सभी राजनीतिक दलों को वोटर लिस्ट उपलब्ध कराई जाए. ताकि हम चेक कर सकें, कौन वोटर सही है. कौन गलत है.  साथ ही राजनीतिक दलों के बीएलए को सरकारी बीएलओ के साथ अटैच किया जाए. ताकि वह सही और गलत की निगरानी कर सके. यह भी कहा कि यदि कोई बीएलओ व निर्वाचन कार्य में सम्मिलित लोग अगर नियमनुसार अपना कार्य नहीं करते हैं  या  फर्जी वोटरों को बनाने का कार्य करते हैं, तो उन लोगों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए. ताकि निष्पक्ष चुनाव संपन्न हो.  इस दौरान,  निर्वाचन बैठक में तहसीलदार सुरेंद्र सिंह, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राकेश सिंह एडवोकेट, भाजपा नेता अमित वत्स, रजिस्टर कानूनगो रिजवान हसन, सीपीआई से कुशाल सिंह कलूड़ा, सपा से अतुल यादव एडवोकेट, बीएसपी आदि राजनीतिक दलों के लोग  उपस्थित रहे।

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