धार्मिक रूप से शांत लेकिन भावनात्मक रूप से समर्पित: 4 मई का दिन और आने वाले पुण्य पर्व

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4 मई 2025, रविवार को कोई प्रमुख धार्मिक अनुष्ठान या त्योहार नहीं है, लेकिन यह सप्ताह श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक तैयारी का है। अगले कुछ दिनों में दो विशेष पर्व आने वाले हैं:

🔹 वरुथिनी एकादशी — हाल ही में मनाया गया यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित था, जिसमें श्रद्धालुओं ने व्रत, पूजा और दान के माध्यम से मोक्ष प्राप्ति की प्रार्थना की। यह एकादशी आत्मशुद्धि और तपस्या का प्रतीक मानी जाती है।

🔹 अक्षय तृतीया — आने वाली 10 मई को यह शुभ तिथि पड़ रही है, जिसे बिना मूहूर्त के कार्यों की शुरुआत के लिए आदर्श माना जाता है। इस दिन दान, खरीदारी और धार्मिक अनुष्ठानों का विशेष महत्व होता है।

Disclaimer: इस लेख में प्रस्तुत जानकारी धार्मिक ग्रंथों, पुराणों, और परंपराओं पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल जन सामान्य को धार्मिक व सांस्कृतिक संदर्भों की जानकारी देना है। हम यह दावा नहीं करते कि यह जानकारी पूर्णतया सत्य या वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित है। किसी भी धार्मिक अनुष्ठान, व्रत, या पूजन विधि को अपनाने से पहले योग्य पुरोहित या विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें। लेख में दी गई जानकारी का पालन करने से उत्पन्न किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत, सामाजिक या धार्मिक स्थिति के लिए लेखक या प्रकाशक उत्तरदायी नहीं होगा।

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