ऋषिकेश अस्पताल में एक नाबालिग के नवजात शिशु को जन्म देने के मामले में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने लिया संज्ञान
नवजात की उचित देखरेख व नाबालिग लड़की को आवश्यक उपचार के लिए स्वास्थकर्मियों सहित प्रोबेशन अधिकारी को किया निर्देश
ऋषिकेश: शनिवार की रोज एक नाबालिग लड़की द्वारा नवजात शिशु के जन्म देने के मामले में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने मामले में राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश पहुंचकर नाबालिग लड़की के परिजनों से मिलकर ली जानकारी और उन्होंने चिकित्सालय प्रशासन से नाबालिग व नवजात के स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए नवजात व पीड़िता की पूर्ण देखभाल व उचित उपचार के निर्देश दिए है।
उन्होंने मामले में एसओ रानीपोखरी से मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए है जिसपर एसओ ने बताया कि राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश प्रशासन की ओर से एक सूचना भेजी गयी जिस में बताया गया कि चिकित्सालय में रानीपोखरी क्षेत्र की एक नाबालिग ने नवजात शिशु को जन्म दिया है मामले की जांच करने के लिए महिला उप निरीक्षक को चिकित्सालय भेजा गया जिस पर नाबालिक लड़की से पूछताछ और आवश्यक जानकारी जुटाने के बाद पता चला कि घटना रानीपोखरी थाने क्षेत्र की है जिस पर पोक्सो अधिनियम और दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है तथा आरोपी लड़का फरार है जो कि स्वयं खुद भी नाबालिग है, जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह में भेजा जाएगा।
मामले में महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट से फोन पर वार्ता करते हुए है नवजात की देखभाल व सुरक्षा के लिए सीडब्ल्यूसी की टीम को भेजने के लिए निर्देशित किया है।
जिस पर सीडब्ल्यूसी की टीम ने मौके पर पहुंचकर पीड़ता को बच्चे के पालन न कर पाने की स्तिथि में उसके उपचार व देखरेख के लिए राजकीय शिशु सदन में रखने के लिए प्रस्ताव दिया है। जिसके लिए कार्रवाई की जा रही है।