महिलाओं ने तीज कार्यक्रम में गाया शानदार गोर्खाली गीत। जानिए इस गीत का अर्थ
प्रतीतनगर रायवाला में हरितालिका तीज कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बढ़-चढ़कर महिलाओं ने सांस्कृतिक लोकगीत नृत्य की प्रस्तुति दी।
गोरखा समाज हमेशा से अपनी संस्कृति, भाषा-बोली ईमानदारी और साहस के लिए जाना जाता है। रायवाला में हुए हरितालिका तीज कार्यक्रम इस बात का अनूठा उदाहरण है।
जहां छोटी बालिकाओं से लेकर वृद्ध महिला तक अपनी संस्कृति को बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं। अपने त्योंहार, भाषा- बोली और संस्कृति को आगे की पीढ़ी में पहुंचाने के उद्देश्य से तीज कर्यक्रम किए जाते हैं।
रायवाला की हरितालिका तीज कमेटी के द्वारा यह 8 सालों से लगातार कार्यक्रम किया जा रहा है। जिसका उत्साह सभी समुदायों के लोगों देखते ही बनता है। रायवाला में अधिकतर भारत के कोने-कोने के लोग रहते है। हर समुदाय से तीज कार्यक्रम में शामिल होने लोग यहां आते हैं।
अपने सभी कार्यक्रमों के बीच रायवाला तीज कमेटी की महिलाओं ने एक सुंदर सा गीत प्रस्तुत किया। जिसका अर्थ भी बहुत ही सुंदर है देखिए वीडियो —–