‘वे कहते थे दूसरी जिंदगी मिली है, लेकिन आतंकियों ने वह भी छीन ली…’ पहलगाम हमले में निशाना बने पुणे के बिजनेसमैन

जिंदगी भर मेहनत कर कारोबार को बुलंदियों तक पहुंचाया, मगर पहली बार पुणे से बाहर निकले कारोबारी कौस्तुभ गनबोटे की यह यात्रा उनकी आखिरी साबित हुई. कश्मीरके पहलगाम में हुए आतंकी हमले में उनकी मौत हो गई. उनके साथ गए करीबी दोस्त संतोष जगदाले भी इस हमले का शिकार हो गए. ये खबर पुणे के रस्ता पेठ से लेकर कों…
पुणे के रहने वाले 58 वर्षीय व्यापारी कौस्तुभ गनबोटे ने जिंदगीभर मेहनत कर नमकीन का कारोबार खड़ा किया. जिंदगी की भागदौड़ से कुछ पल सुकून के बिताने के लिए उन्होंने पहली बार अपने जीवन में पुणे से बाहर कश्मीर की वादियों में जाने का फैसला किया. पत्नी संगीता और करीबी मित्र संतोष जगदाले के परिवार के साथसाथ पहलगाम की यात्रा पर निकले थे, लेकिन यह यात्रा उनकी आखिरी साबित हुई.

