श्रद्धालुओं ने तीर्थ नगरी, त्रिवेणी घाट पहुंचकर एकादशी पर श्रद्धा की डुबकी लगाई…

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Uttrakhand Times / Rishikesh:- कोविड-19  की गाइडलाइन का पालन करते हुए। त्रिवेणी घाट परिसर में तीर्थ नगरी क्षेत्रवासियों ने खूब आस्था की डुबकी लगाई एवं एकादशी पर्व की पूजा अर्चना की।

तीर्थ नगरी के श्रद्धालुओं ने महा गंगा दशहरा पर्व के बीते ही सोमवार को एकादशी पर्व पर लोगों की आस्था  उमड़ पड़ी. कोविड-19 के चलते लोग अपने घरों में ही धर्म कांड की सभी पूजा अर्चना करते रहे.

आपको बता दे कि  अब सरकार द्वारा जो भी कोविड-19 के गाइडलाइन पालन को करते हुए तीर्थ नगरी क्षेत्रीय श्रद्धालु भक्तों ने  तीर्थ नगरी त्रिवेणी घाट पहुंचकर एकादशी पर श्रद्धा की डुबकी लगाई उसके बाद लोगों ने सभी देवताओं का पूजन व अपने पितरों की पूजा अर्चना की.

वही त्रिवेणी घाट के परिसर पंडित मंगल देव ने बताया कि एकादशी पर्व देवताओं का पर्व है इसमें जो भी भक्तजन अपने परिवार के साथ मां गंगा में स्नान कर सूर्य भगवान को और दे देता है और उसके बाद अपने घर परिवार के बुजुर्ग पितरों का पिंड दान मैं अपने पिता के नाम से पूजा अर्चना कर गरीब लोगों में दान पुण्य भोजन दान वस्त्र दान आदि अपनी सर्व इच्छा जितना जिससे हो सके उतना दान करता है उस पर देवी देवता प्रसन्न होकर उस परिवार को सुख समृद्धि एवं परिवार में धन-धान्य की कृपा बनाए रखते हैं और उस परिवार पर उनके बुजुर्ग पित्र देवताओं का भी आशीर्वाद हमेशा बना रहता है इसी के साथ सभी पौराणिक समय से एकादशी का व्रत भी काफी परिवार के लोग रखते हैं इसका व्रत रखने से भी मनुष्य की हर मनोकामनाएं पूरी होती हैं और एकादशी में जो हमारे परिजन स्वर्गवास हो जाता है तो परिवार के सदस्य एकादशी का व्रत कर मरने वाले परिजन की आत्मा को शांति प्रदान होती है वह सीधा भगवान वैकुंठ धाम भगवान विष्णु की शरण में चले जाते हैं और उनको स्वर्ग की प्राप्ति होती है जब हमारे स्वर्गवास हुए पित्र देवताओं को स्वर्ग की प्राप्ति होती है उससे वह हमारे घर में सुख शांति बनाए रखते हैं और हमारा व्यवसाय बच्चों की पढ़ाई लिखाई पर सभी देवी देवताओं का वह पुत्र देवताओं का आशीर्वाद बना रहता है इसी के साथ एकादशी का बड़ा महत्व बताया जाता है।

वहीं बाजारों  में भी काफी रौनक दिखाई दी सरकार के निर्देशानुसार सुबह 8:00 बजे से 5:00 बजे तक बाजार नियमित रूप से खुल रहा है उसके बाद नगर के व्यापारी समय से ही अपनी दुकान को बंद कर देते हैं ताकि भीड़ भाड़ की वजह से कोरोना संक्रमण ना पड़े दुकानदार भी अपनी दुकान पर 2 गज दूरी गाइडलाइन व मास्क  का प्रयोग एवं सैनिटाइजर करवा कर ही अपना व्यापार करते हैं ताकि खुद को भी और दूसरों को भी संक्रमण से बचा जा सके और सरकार द्वारा जो भी छूट दी गई है उसका सम्मान करते हुए किसी की रोजी-रोटी पर फर्क ना पड़े आज घाट रोड का बाजार लोगों की काफी भीड़ उमड़ी दिखाई दी बाहर से आए भी पर्यटक लोग भी एकादशी पर मां गंगा की शरण में दिखाई दिए बाहर से आए लोगों ने भी एकादशी पर गंगा की डुबकियां लगाकर मां गंगा की अर्चना की सूर्य को और देने के बाद पूजा पाठ का कार्यक्रम चलता नजर आया।