वाराणसी से चली वंदे भारत एक्सप्रेस पहली बार पहुंची चित्रकूट, रेलवे स्टेशन पर हुआ स्वागत
उत्तर प्रदेश : भारतीय रेलवे ने एक और नई उपलब्धि दर्ज की है। वाराणसी से चली वंदे भारत एक्सप्रेस पहली बार चित्रकूट पहुंची, जिससे यात्रियों और स्थानीय लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। जैसे ही चमकदार नीले-सफेद रंग की यह हाई-स्पीड ट्रेन स्टेशन पर दाखिल हुई, लोगों ने तालियों के साथ उसका स्वागत किया। स्टेशन पर फूलों से सजावट की गई थी और वातावरण देशभक्ति गीतों और नारों से गूंज उठा।
वंदे भारत एक्सप्रेस के चित्रकूट पहुंचने के साथ ही धार्मिक नगरी चित्रकूट अब वाराणसी से सीधी, तेज़ और सुविधाजनक रेल संपर्क से जुड़ गई है। पहले जहां यात्रियों को इस यात्रा में कई घंटे लगते थे, वहीं अब यह ट्रेन कम समय में सफर पूरा कर देगी। यात्रियों का कहना है कि यह रेल सेवा क्षेत्र के लोगों के लिए एक तोहफा है, खासकर उन श्रद्धालुओं के लिए जो वाराणसी और चित्रकूट के धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए आते हैं।
यात्रियों ने ट्रेन की सुविधाओं की तारीफ की। ट्रेन में स्वचालित दरवाजे, जीपीएस आधारित सूचना प्रणाली, आरामदायक एसी कोच, बड़ी खिड़कियाँ, और बेहतर सीटिंग व्यवस्था जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। कई यात्रियों ने कहा कि सफर के दौरान ट्रेन की रफ्तार और स्थिरता दोनों ही शानदार थीं, जिससे यात्रा हवाई जहाज जैसी महसूस हुई।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन शुरू होने से क्षेत्र के आर्थिक और पर्यटन विकास को भी नया आयाम मिलेगा। चित्रकूट और वाराणसी दोनों ही धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन दोनों स्थानों के बीच तेज़ रेल संपर्क से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय व्यापार को भी नई रफ्तार मिलेगी।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी स्टेशन पर मौजूद रहकर ट्रेन का स्वागत किया। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आधुनिक भारत की दृष्टि को साकार करती है, जिसमें देश के हर हिस्से को तेज़ और सुरक्षित अच्छी यातायात से जोड़ा जा रहा है।
इसके अलावा, रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्टेशन पर विशेष इंतजाम किए। प्लेटफॉर्म पर सफाई व्यवस्था को और सुदृढ़ किया गया, यात्रियों के लिए सहायता केंद्र स्थापित किए गए और ट्रेन के आगमन के दौरान सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की गई।
स्थानीय निवासियों ने कहा कि इस ट्रेन के चलने से न केवल यात्रियों को सुविधा होगी बल्कि शहर की पहचान भी देशभर में बढ़ेगी। धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यटन की दृष्टि से चित्रकूट को अब एक नई पहचान मिलेगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी हाई-स्पीड ट्रेनों का नेटवर्क देश के हर प्रमुख मार्ग पर विस्तार और विकास किया जाएगा, ताकि लोग तेज़, स्वच्छ और सुरक्षित यात्रा का अनुभव कर सकें।
