नशा मुक्ति को लेकर श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज में आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताएं

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ऋषिकेश : शनिवार को  बस्ता रहित दिवस पर निदेशक माध्यमिक शिक्षा विभाग और मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून के निर्देशानुसार श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज ऋषिकेश में प्रधानाचार्य यमुना प्रसाद त्रिपाठी  के द्वारा सभी छात्र-छात्राओं को एंटी ड्रग्स शपथ दिलाई गई. साथ ही विद्यालय में नशा मुक्ति से संबंधित भाषण पोस्ट निबंध प्रतियोगिता नाटक और वाद विवाद प्रतियोगिता भी कराई गई.

प्रधानाचार्य जमुना प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि नशा समाज के लिए देश के लिए नौनीहालों के लिए सबसे खतरनाक चीज है, इससे हमारे वर्तमान और आने वाली पीढ़ियां भी कमजोर हो रही हैं. किसी भी राष्ट्र के लिए नशा कभी भी लाभदायक नहीं रहा है। डॉ सुनील दत्त थपलियाल ने बताया कि नशे की प्रवृत्ति किशोरावस्था में अधिक होती है और शुरू में यह एक शौक होता है. लेकिन धीरे-धीरे  एक लत में बदल जाती है. जिससे कई परिवार बर्बाद हो जाते हैं। इस अवसर पर रंजन अंथवाल ने बताया कि नशा मन, मस्तिष्क और समाज तीनों पर दुष्प्रभाव डालता है. नशे से क्राइम दर में भी वृद्धि होती है. क्योंकि जितने भी अपराध होते हैं सब नशे का सहारा लेकर ही किए जाते हैं।साथ ही शासन प्रशासन के सहयोग के साथ-साथ प्रत्येक व्यक्ति को आम आदमी को जागरूक होना पड़ेगा. तभी नशा हमारे समाज से दूर हो पाएगा।इस अवसर पर प्रधानाचार्य यमुना प्रसाद त्रिपाठी शिव प्रसाद बहुगुणा, जयकृत सिंह रावत ,जितेंद्र बिष्ट, डा सुनील दत्त थपलियाल,रंजन अंथवाल, संजीव चौधरी, नीलम जोशी, रंजना, शकुंतला, रेहा ध्यानी,सुखदेव कंडवाल, नवीन मैंदोला,प्रवीण रावत, आदि उपस्थित थे।

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