‘Valentine’s Day’ पर लोकतंत्र का महापर्व पड़ा भारी, भारी संख्या में युवा पहुंचे बूथों में
14 फरवरी यानी वैलेंटाइन डे इसी दिन भारत के कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव मतदान हो रहा था जिस वजह से सभी दुकाने बाजार बंद किए गए थे ऐसे में वैलेंटाइन डे मनाने वाले कपल के लिए बड़ी दुविधा रही थी इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए कहां जाएं ।जहां दूसरी तरफ युवा वैलेंटाइन डे को भूलकर अपने मूल अधिकार का प्रयोग करके अपने देश अपने राज्य के विकास को लेकर मतदान बूथों पर पहुंच रहे थे।
इस बार युवा काफी संख्या के साथ बूथों में अपने मत का प्रयोग करने के लिए पहुच रहे थे साथ ही अपने परिजनों और बुजुर्गों की मदद कर रहे थे उन्हें बूथों पर ले जाने के लिए।
इस दौरान कई के चेहरे खुशी से खिले थे कि पहली बार वोट दे रहे है । अपने देश के विकास को लेकर वोट कर रहे है ।
फर्स्ट वोटर जगदीश विक्रांत का कहना है कि वो इसलिए वोट करना चाहते है कि देश से भ्रष्टाचार खत्म हो सके और कर्मठ जुझारू इमानदार प्रतिनिधि आए जो विकास पर काम करें।
युवाओं से बात करके लगा कि वो भविष्य, देश के प्रति कितने सजग है। और हो भी क्यों नहीं आखिर इन्ही के कंधों पर देश का भविष्य है।