न्यूयॉर्क जलवायु सम्मेलन में विनोद जुगलान को ‘जलवायु कार्यवाही नेतृत्वकारी सम्मान 2025’

न्यूयॉर्क/देहरादून। जनपद देहरादून अंतर्गत ऋषिकेश के खदरी खड़कमाफ निवासी पर्यावरणविद विनोद प्रसाद जुगलान को अमेरिका में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में सम्मानित किया गया। पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रति सामाजिक जागरूकता लाने के लिए उन्हें न्यूयॉर्क स्थित कार्नेल यूनिवर्सिटी में आयोजित नौवें न्यूयॉर्क विश्व सम्मेलन के दौरान “जलवायु कार्यवाही नेतृत्वकारी सम्मान 2025” से सम्मानित किया गया। यह आयोजन संयुक्त राष्ट्र महासभा के जलवायु सप्ताह (यूएन क्लाइमेट वीक) के तहत ग्रीन स्कूल द्वारा किया गया।
सम्मान समारोह में उन्हें यह अलंकरण अर्बन ग्रीन एजुकेशन फ्लोरिडा, अमेरिका के निदेशक डॉन लामिशन और ग्रीन स्कूल मेंटर डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया।
डॉ. रावत ने कहा कि इस सम्मान का उद्देश्य विश्वभर में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत ऐसे लोगों को पहचान दिलाना है, जो समाज हित में अपने विचारों और अनुभवों को साझा कर सकें।
सम्मान प्राप्त करने के बाद विनोद प्रसाद जुगलान ने इसे अपने परिवार, सहयोगी कार्यकर्ताओं, सामाजिक संस्थाओं, शैक्षिक संगठनों और पत्रकारों को समर्पित किया। उन्होंने कहा, “यह सम्मान वास्तव में उन हजारों कार्यकर्ताओं का है जो समाज में जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण के प्रति चेतना लाने का कार्य कर रहे हैं।”
सम्मेलन में संबोधन
अपने संबोधन में जुगलान ने कहा कि सूर्य की हर किरण केवल प्रकाश ही नहीं फैलाती बल्कि यह संदेश भी देती है कि हमें समाज में जागरूकता का प्रकाश फैलाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि जलवायु परिवर्तन से उपजने वाली आपदाएं भविष्य की चुनौतियों का संकेत हैं, जिनसे निपटने के लिए सामूहिक जन चेतना जरूरी है। उन्होंने पहाड़ों के विकास के लिए पर्यावरणीय अध्ययन आधारित विकास नीति बनाने पर जोर दिया।
द्वि-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
न्यूयॉर्क में आयोजित इस द्वि-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में 22 देशों से आए 100 से अधिक प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा, फिल्म, सामाजिकता, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और फैशन डिज़ाइन सहित विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वालों को दस श्रेणियों में सम्मानित किया गया।
सम्मेलन में भारतीय मूल के बीबीसी पत्रकार रोहन दुआ भी सम्मानित हुए। इस अवसर पर तकनीकी विश्वविद्यालयों के शिक्षाविद, हॉलीवुड फिल्म निर्माता-निर्देशक, फैशन डिजाइन विशेषज्ञ, शोध छात्र और ग्रीन स्कूल के प्रतिनिधि भी शामिल रहे।
