सागर जिले के पड़रई गांव में उल्टी-दस्त से मचा हड़कंप, चार वर्षीय बालक और गर्भवती महिला की मौत, स्वास्थ्य विभाग ने लगाया आपात शिविर
मध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश के सागर जिले के पड़रई गांव में इन दिनों उल्टी-दस्त की गंभीर बीमारी ने लोगों को भयभीत कर दिया है। गांव में अचानक फैल रही इस बीमारी से अब तक एक चार वर्षीय मासूम बालक और एक गर्भवती महिला की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों लोग बीमार बताए जा रहे हैं। गांव में स्थिति बिगड़ने पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने मोर्चा संभाल लिया है।
जानकारी के अनुसार, दो दिन पहले गांव में कुछ लोगों को पेट दर्द और उल्टी-दस्त की शिकायत हुई थी। देखते ही देखते यह समस्या पूरे गांव में फैल गई। कई लोगों को तेज बुखार, कमजोरी और लगातार उल्टी-दस्त की समस्या होने लगी। स्थिति गंभीर होने पर परिजनों ने मरीजों को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, लेकिन एक मासूम बालक और गर्भवती महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम और दहशत का माहौल है। घटना की जानकारी मिलते ही जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची। मुख्य चिकित्सा अधिकारी CMHO ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और तत्काल स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश दिए। गांव में फिलहाल चिकित्सकों की टीम लगातार मरीजों की जांच कर रही है। अब तक 50 से अधिक लोगों का उपचार किया जा चुका है और कई की हालत में सुधार बताया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने जांच के बाद आशंका जताई है कि बीमारी का कारण दूषित पेयजल हो सकता है। विभाग ने गांव के सभी जल स्रोतों की सफाई शुरू कर दी है। हैंडपंपों पर क्लोरीन की गोलियां डाली जा रही हैं और घर-घर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि लोग उबला हुआ पानी पिएं और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।

गांव के सरपंच और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति को उल्टी-दस्त या बुखार की शिकायत हो तो तुरंत स्वास्थ्य शिविर या अस्पताल में जांच करवाएं। वहीं, जिला कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जाए और बीमारी को फैलने से रोका जाए।
इस बीच, ग्रामीणों में भय और बेचैनी का माहौल है। लोग अब भी इस डर में हैं कि कहीं बीमारी और न फैल जाए। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं और किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।
