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मध्यप्रदेश से गौ रक्षा के लिए चली गौ रथ यात्रा बृज नगरी पहुंच चुकी है जहां साधु संतो का आशीर्वाद लेते हुए यात्रा को आगे बढ़ रही है आपको बता दे कि विभूषित संत शिरोमणि पद्म विभूषण तुलसी पीठाधीश्वर जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य के आशीर्वाद से शुरू की गई गौ रथ यात्रा “गौ माता हमारी राष्ट्र माता है” इस बात की चर्चा लोगों के बीच में बढ़-चढ़कर की जा रही है।

भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा में अवधेश शर्मा, देव राज पंडत संजय रावत, सतीश मुखिया, राजू पंडित, अभिषेक शर्मा,निर्मल वर्मा, बलबीर ठाकुर, राजकुमार, सोनू ठाकुर व साथी कोटा गांव के सामने हाइवे पर भव्य स्वागत। रथ यात्रा ने वृंदावन की ओर प्रस्थान किया ,

शाक्षी धाम में सुप्रसिद्ध कथा वाचक अनिरुधाचार गो माता की आरती की और उन्होने कहा कि समाज में और आम जनमानस में गौ माता के प्रति जागरूकता को फैलाने की जरूरत है ताकि आने वाले समय में हमारी आने वाली पीढ़ी को दूध की कमी न हो।

गौ रथ यात्रा हरियाणा, पंजाब, हिमाचल होते हुए उत्तराखंड के हरिद्वार में अपने अंतिम पड़ाव की तरफ जाएगी। जहां पर हमारे महामंडलेश्वर,आचार्य इस यात्रा का विधिवत समापन करेंगे और अपना आशीर्वाद इस यात्रा के आयोजक संस्थापक जगदीश प्रसाद भट्ट को और उनके सहयोगी टीम को देंगे। ताकि वह इससे और बेहतर जन जागरण अभियान पूरे भारत में समूह बनाकर,स्थानीय लोगों को जोड़कर एक माला बनाने का काम करके गौ माता की रक्षा करने का संकल्प दिलाएंगे। ताकि लोग अपनी गौ माता के प्रति जागरूक हो और अपने आने वाली पीढ़ी को समृद्ध,शक्तिशाली और बुद्धिमान बनाने के लिए अपने घरों में उनको स्थान दें।

श्री राम गोधाम सेवा समिति तपोवन के संस्थापक जगदीश प्रसाद भट्ट ने कहा कि आज देश में लगभग 9 करोड़ गौ माताएं बची हैं, आने वाले समय में अगर इस तरह से ही हमारा समाज गौ माता का तिरस्कार करता रहा तो यह संख्या दिन प्रतिदिन घटती चली जाएगी और हमारे बच्चों को, आने वाली पीढ़ी को गौ माता के दूध से वंचित होना पड़ेगा। भट्ट ने कहा कि आने वाले पीढ़ी को गौ माता का दूध मिलता रहे और हमारा स्वस्थ समाज, स्वस्थ परिवार फलीभूत हो यह संदेश संकल्प सहित देने का बीड़ा उठाया है। जिसमें साधु संतों ने भी अपना समर्थन दिया है। गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने की भी मांग की गई है जिससे इनकी रक्षा की जा सके। आपको बता दे कि लखनऊ से निकलने के बाद जब यह गौ रक्षा जन जागरण यात्रा लगभग दो सौ किलोमीटर की दूरी तय करके जनपद इटावा पहुंची तो वहां भी गौसेवकों ने और गौ भक्तों ने इस यात्रा का भव्य स्वागत किया। रात्रि विश्राम के बाद यह यात्रा नगर में जन जागरण अभियान को लेकर यहां के विभिन्न मोहल्ले में लोगों को जागरुक करते हुए आगे बढ़ी। महिलाओं पुरुषों और आम नागरिक के बीच में इस यात्रा का विशेष संदेश लोगों को अपनी तरफ आकर्षित किया। गौ माता हमारे जीवन के लिए क्यों महत्वपूर्ण है? उनका हमारे जीवन में क्या योगदान है? उनके दूध से हमारे बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ता है? हमारी नस्लों को कैसे सुधरता हैं? अपनी मां का दूध पीने के बाद जब बच्चा गौ माता के दूध पर आश्रित होता है। आज दुर्भाग्य है कि हम इस गौ माता को अपने परिवार,अपने समाज और अपनों से दूर करते चले जा रहे हैं। जिसके कारण वह दर- दर की ठोकर खाने को मजबूर है। सड़कों पर बच्चे जन्म देती है। आए दिन उनके बच्चे और गौ माता दुर्घटना का शिकार हो रही है। दिन प्रतिदिन उनकी संख्या घटती चली जा रही है।यह हमारे स्वस्थ समाज के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, इसी मकसद, इसी उद्देश्य और इसी संदेश को लेकर श्री राम गौ धाम सेवा समिति तपोवन ऋषिकेश से चलकर रामभद्राचार्य के स्नेह और आशीर्वाद से मध्य प्रदेश के गसवानी श्योपुर से यात्रा प्रारंभ कर झांसी, चित्रकूट धाम कर्वी, प्रयागराज, कार सेवक पुरम अयोध्या, लखनऊ उसके बाद आज इटावा में लोगों को संदेश देने का काम किया। इस यात्रा का आज छठवां पड़ाव यहां रहा।

इटावा में गौ रक्षा जन जागरण यात्रा शास्त्री चौराहे से प्रारंभ होकर नौरंगाबाद चौराहा, घटिया अजमत अली एवं हर्ष नगर चौराहा होते हुए पुनः शास्त्री चौराहे पर बैंकट नारायण हाल पर समाप्त हुई। इसमें नगर के गौ सेवक शामिल हुए जिसमें मुकेश गुप्ता, राजेश गुप्ता एलआईसी, जय कुमार गुप्ता, विमल गुप्ता, राजेश अग्रवाल, संदीप गुप्ता प्रदीप यादव के साथ सैकड़ो की संख्या में गौ सेवकों ने रास्ते में रथ का स्वागत किया और आरती उतारी।