बंदरों का आतंक: शहर से बाहर निकालने का खर्च 1200 रुपये प्रति बंदर, अब क्या करे प्रशासन?

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  • हल्द्वानी नगर निगम ने शहर में बंदरों की समस्या से निजात पाने के लिए वन विभाग से मदद मांगी थी। इसके जवाब में वन विभाग ने नगर निगम को एक पत्र भेजा है, जिसमें बंदरों को पकड़ने के लिए प्रति बंदर 1200 रुपये के भुगतान की मांग की गई है।

हल्द्वानी : खबर उत्तराखंड के सबसे बड़े दूसरे शहर से है…यहाँ बंदरों से लोग परेशान हैं.  ऐसे में  क्षेत्र में घूम रहे बंदर लोगों के लिए खतरा बनने के साथ अब नगर निगम को आर्थिक चपत लगाने जा रहे हैं.  अब,  एक बंदर को शहर से  बाहर करने के लिए निगम को करीब 12 सौ रुपये चुकाने होंगे. कर लो बात.  फारेस्ट यानी  वन विभाग ने निगम से बंदर पकड़ने के बदले भुगतान की मांग की है. जो निगम के लिए सर दर्दी का काम कर सकता है. जहाँ तक वित्त का मामला है. अब करें तो मुश्किल और  न करें तो बड़ी  मुश्किल…  ऐसे में शहर में मौजूद सैकड़ों बंदरों को बाहर करने को निगम को लाखों रुपये खर्च करने होंगे. हल्द्वानी नगर निगम के वार्डों में बंदरों का आतंक बना हुआ है. लोगों को काट दे रहे हैं..बच्चे खौफ में है बड़े बुजुर्ग तो हैं ही…. घर के बाहर और छतों पर रखे सामान को ये लगातार खराब कर रहे हैं. इसके समाधान के लिए बंदरों को पकड़ कर शहरी क्षेत्र से बाहर करने की मांग लोग निगम प्रबंधन से लगातार करते रहते हैं.  नगर निगम ने वन विभाग से इन्हें पकड़कर समस्या के समाधान को पत्र भेजा था. इसके जवाब में वन विभाग ने पत्र जारी कर इसके लिए भुगतान की मांग की है . इसके अनुसार एक बंदर के लिए निगम को 12 सौ रुपये देने होंगे.  इसके अनुसार निगम क्षेत्र में मौजूद सैकड़ों बंदरों के लिए लाखों खर्च करने होंगे. नगर आयुक्त ऋचा सिंह ने बताया कि बंदर पकड़ने के बदले वन विभाग को भुगतान किया जाना है.  अब देखना होगा कितने बन्दर शहर से बाहर कर पाता है वन विभाग और निगम प्रसाशन..

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