पीड़िता से मिलने दून अस्पताल पहुंची महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल, चिकित्सकों को उचित उपचार व कड़ी सुरक्षा के निर्देश

देहरादून: देहरादून के पटेलनगर क्षेत्र में एक महिला के साथ 03 जुलाई की देर रात घर मे घुस कर दुष्कर्म व मारपीट के मामले में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने सख्त रुख अपनाया है।
उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष को दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित ख़बर के माध्यम से जानकारी मिलने पर उन्होंने स्वतः संज्ञान लेते हुए इस निन्दपूर्ण प्रकरण पर दुख प्रकट किया है उन्होंने कहा यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है की ऐसी घटिया मानसिकता वाले लोगो के कारण इस प्रकार की जघन्य घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। ऐसे लोगो को कानून से डरना चाहिए कि अपराधी अब कानून के घेरे से बच नही सकते है। उन्हें जानकारी मिली कि एक महिला ने शिकायत कराई है कि उनके घर पर 03 जुलाई की देर रात एक युवक द्वारा घर का दरवाजा घटखटाया गया, जिससे उनकी बेटी की नींद खुल गई तो उसने कोई किराएदार समझ कर घर का दरवाजा खोल दिया, दरवाजा खोलते ही उनके घर के अंदर मोहल्ले का ही एक युवक घुस गया, उसने बेटी का मुंह दबोच लिया उसके कपड़े फाड़ दिए और उसके साथ दुष्कर्म किया। जब उनकी बेटी किसी तरह चिल्लाई तो आरोपी युवक ने उसे जमकर पीट दिया, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गई। पीड़ित युवती के दो बच्चे हैं जो अपनी मां के साथ रहती हैं उसका पति विदेश में है और उसने वहां दूसरी शादी कर ली है जिसकारण वह उसके साथ नहीं रहती है आरोपी अनस इसका पहले से इनके घर में आना जाना था एक दूसरे को पहले से जानते है। जिसके द्वारा की गई मारपीट में पीड़िता की गर्दन की हड्डी में गम्भीर चोटें आई है।मामले में अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने एसओ पटेलनगर से फोन पर वार्ता करते हुए इस जघन्य आपराधिक मामले में गंभीरता से कठोरतम कार्रवाई करने के लिए कहा है। उन्होंने आज दून अस्पताल पहुंच कर पीड़िता से मुलाकात कर उसका हाल जाना तथा उन्होंने चिकित्सकों से कहा कि पीड़िता को बेहतर से बेहतर उपचार मिलना चाहिए। इस पर चिकित्सको ने बताया की उसकी गर्दन की हड्डी में गम्भीर चोट आई थी जिसकी अभी सर्जरी हुई है। जिसपर आयोग अध्यक्ष ने मौके पर उपस्थित पुलिस उप-निरीक्षक राजेश से कहा कि पीड़िता के जल्द से जल्द बयान कराए जाएं ताकि आरोपी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। मामले में उन्होंने कहा कि ऐसी घटिया मानसिकता लोगो को कानून से डरना चाहिए क्योंकि अब अपराधी कोई भी हो अब कानून के घेरे से बच नही सकते है।
