2036 ओलंपिक की तैयारी शुरू करने का आह्वान: योगेश्वर दत्त ने उत्तराखंड सरकार से माँगा खिलाड़ियों का साथ

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  • ओलंपिक मेडलिस्ट  योगेश्वर  दत्त पहुंचे थे ग्रेट गंगा योग रिट्रीट (वसुधंरा पैलेस होटल), युवाओं को योग और कुश्ती से जुड़ने  का किया आग्रह 
  • उतराखंड में बहुत टेलेंट है, यहाँ के युवा भी मैडल ला सकते हैं, सरकार को आगे आना होगा..माहौल बनाना पड़ेगा : दत्त 
  • योगेश्वर दत्त ने  2012 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में कुश्ती की 60 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था 

मुनि की रेती/ऋषिकेश : पद्मश्री से सम्मानित और ओलंपिक पदक (कांस्य)  विजेता योगेश्वर दत्त ने किलाश गेट स्आथित वसुंधरा पैलेस में आयोजित चार  दिवसीय  द ग्रेट गंगा योगा रिट्रीट में भाग लिया. यह विशेष योग रिट्रीट  युवा अनिरुद्ध पोखरियाल द्वारा संचालित किया गया था.   जिसमें योग ध्यान और मानसिक शुद्धि पर विशेष ध्यान दिया गया.  प्रेस कॉन्फ्रेंस में रविवार को योगेश्वर दत्त  ने कहा कि आज के समय में योग और ध्यान न   केवल शारीरिक लाभ देते हैं बल्कि बच्चों और युवाओं के चरित्र निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.  उन्होंने उत्तराखंड के बच्चों से अधिक संख्या में कुश्ती जैसे खेलों में भाग लेने का आग्रह किया.  योगेश्वेर दत्त  ने यह भी साझा किया कि वह हरियाणा में एक सफल कुश्ती अकादमी  चलाते हैं. जहां वह आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को निशुल्क प्रशिक्षण देकर उन्हें एक उज्जवल भविष्य की ओर प्रेरित  करते हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की युवाओं में अपार क्षमता है. यदि उन्हें सही दिशा अनुशासन और योग का साथ मिले तो वह जीवन में बहुत आगे बढ़ सकते हैं. मैं सभी बच्चों से अपील करता हूं कि वह नशे से दूर रहें  और खेलों में भाग लेने विशेषकर कुश्ती में जो उन्हें शक्ति और आत्म संयम सिखाता है. योगेश्वर दत्त ने अनिरुद्ध पोखरियाल के इस पहल की सराहना की और कहा कि वह उत्तराखंड की युवाओं को आपके प्रशिक्षण केंद्र में आमंत्रित कर उन्हें पेशेवर स्तर पर कुश्ती सिखाना  चाहेंगे. यह रिट्रीट इस प्रेरणादायक संदेश के साथ संपन्न हुई कि जब योग की प्राचीन परंपरा और खेलों की आधुनिक ऊर्जा मिलती है तो समाज को एक सशक्त है और सजक पीढ़ी प्राप्त होती है.

फेडरेशन की तारीफ की –

योगेश्वर दत्त  ने कहा, हरियाणा सरकार ने २०३६ ओलिम्पिक  की तैयारी के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है. २० करोड़ रुपये एक साल के लिए अभी से बजट रख दिया है. ताकि युवा तैयारी कर सकें. ऐसे ही उन्हूने मुख्यमंत्री और खेलमंत्री उत्तराखंड से आग्रह क्या है. वे भी खेलों को लेकर अभी से खिलाड़ियों का साथ दें, फेडरेशन से बात करें. जो वर्ल्ड क्लास खिलाड़ी हैं उन्हें यहाँ पर  बुलायें ताकि वे सिखा सकें बता सकें खिलाड़ियों को. हमें आप  कभी भी  बुला लो, हम तैयार हैं आने को यहाँ पर सिखाने के लिए. उन्हूने फेडरेशन की खुले दिल से तारीफ की. उन्हूने कहा फेडरेशन की वजह से हम मैडल लायें.  अपनी मेहनत के साथ-साथ  फेडरेशन, कोचों का अहम योगदान होता है. हमें  माहौल खेल का बनाना पड़ता है तब खिलाड़ी मैडल लाता है. अब ओलिम्पिक में केवल १६ खिलाड़ी कुश्ती में आते हैं,  अब उनमें मैडल लाना आप समझ सकते हैं.पत्रकारों के सवालों के खुले दिल से जवाब देते हुए दत्त ने कहा, वे चाहते हैं उत्तराखंड से भी मैडल लाये खिलाड़ी कुश्ती में. इसकेल लिए आधारभूत ढांचा मजबूत करना होगा. सरकार को आना होगा.अच्छे स्पोंसर्स नहीं मिलेंगे तो खिलाड़ी कैसे आगे जायेगा…

मैट पर खेलना अब जरुरी हो गया है-

तकनीकी सवाल का जवाब देते हुए दत्त ने कहा, मैट और मिटटी में फर्क है. आपको आज के हिसाब से मैट में भी खेलना आना चाहिए और मिटटी में भी. मैट में खेलेंगे तो स्पीड बढ़ेगी, जोर कम लगेगा,अब  वर्ल्ड क्लास खेल मैट में ही खेला जाता है. मिटटी में हम बचपन से खेलते हैं. मिटटी में जोर ज्यादा लगता है. लेकिन हमारी प्रष्ठभूमि मिट्ठी की है हमें मैट पर भी सीखना चाहिये खेलना अब. मिटटी के अखाड़े तो हमारे यहाँ पहले से ही हैं. यौन शोषण मामले में उनका कहना था यह मामला कोर्ट में है जो भी इससे जुड़ा है उस मामले में उन्होंने कुछ नहीं कहा. फेडरेशन का कुछ समय जो विवाद हुआ उस पर कहा फेडरेशन की वजह से हम हैं आज…फेडरेशन की वजह से मैडल आये हैं. इसलिए मैं फेडरेशन के समर्थन में हूँ.   इस दौरान प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मेजर (डॉक्टर) अभिनव असवाल, अनिरुद्ध पोखरियाल वचन पोखरियाल मौजूद रहे.

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