युवा भाजपा नेता आरती गौड़ हिरासत में: सहारनपुर में घर में तोड़फोड़ के आरोप, SC/ST मामले का दावा


सहारनपुर/ऋषिकेश : उत्तराखंड की तेज तर्रार युवा नेता आरती गौड़ को हिरासत में लिया गया है. उत्तर प्रदेश पुलिस के द्वारा उन समेत चार महिलाओं को हिरासत में लिए जाने की खबर है. मामला उत्तराखंड से लगता हुआ जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश से जुड़ा हुआ है. यमकेश्वर ब्लॉक की उमरोली जिला पंचायत सीट से सदस्य रही आरती गौड़ को सहारनपुर के सदर थाना पुलिस ने हिरासत में लिया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने उर्मिला नाम की महिला के घर में घुसकर तोड़फोड़ की. शनिवार को उर्मिला ने सहारनपुर के थाना सदर पुलिस को अपने रेलवे रोड, गोविंदनगर स्थिति घर पर आरती समेत चार महिलाओं द्वारा कब्जा करने की नीयत से घुसने की शिकायत की थी आरोप लगाया कि उक्त महिलाओं ने घर में तोड़फोड़ की है. CCTV कैमरे तोड़ दिए. सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरती समेत चार महिलाओं को हिरासत में ले लिया है. इसमें एक यमकेश्वर ब्लॉक की एक जिला पंचायत सीट से सदस्य रही आरती गौड़ शामिल है. आरती भाजपा से जुड़ी रही है. तेज तर्रार युवा नेताओं में उनका नाम शुमार है. आरती की यमकेश्वर और ऋषिकेश दोनों जगह अच्छी पकड़ मानी जाती है. इस क्षेत्र में वह लोगों के बीच अक्सर काम करती हुई दिखाई देती हैं.
सदर थाना प्रभारी दिनेश चंद्र ने माना कि चार महिलाओं को हिरासत में लिया है. इसमें एक महिला आरती गौड़ स्वयं को निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य बता रही है. आरती ने उर्मिला पर उसे बदनाम करने के आरोप लगाए हैं. इस मामले की जांच की जा रही है. फिलहाल महिलाएं थाने में हैं. इस मामले में अभी कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है. इस संबंध में जिला पंचायत सदस्य रही आरती गौड़ का कहना है, एक महिला ने मेरे खिलाफ SC/ST का मुक़दमा झूठा मुक़दमा दर्ज करवाया हुआ है. मुझे ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही थी. पैसे मांग रही थी. ऐसे में पुलिस के पास मामला था. पुलिस कुछ इसमें कर भी नहीं रही थी. फिर हम उस महिला के घर गए तो वह नहीं मिली. उसके बाद हमने भी तोड़फोड़ कर दी. आरती का कहना है… फेसबुक पर उन्होंने उर्मिला पर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि महिला पहले मांफी मांगे. साथ ही उन्होंने पुलिस से भी उर्मिला को मौके पर बुलाने की मांग की हैं. पुलिस भी कार्रवाई कर रही है जो भी इसमें कानूनी कार्रवाई बनती है. मामले में गिरफ़्तारी नहीं हुई है. खबर लिखे जाने तक गतिरोध जारी था.
