अजमेर में उत्तराखंड धर्मशाला के द्वितीय तल का सीएम धामी ने किया लोकार्पण
देहरादून/अजमेर : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को राजस्थान के अजमेर स्थित अखिल भारतीय उत्तराखंड धर्मशाला आश्रम, तीर्थराज पुष्कर के द्वितीय तल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अलगाववादी सोच किसी भी रूप में स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड सरकार समाज में सौहार्द, संस्कृति और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने के लिए हर स्तर पर कठोर कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड न केवल हिमालय की गोद में बसा एक शांत प्रदेश है, बल्कि यह संपूर्ण भारत की आस्था, परंपरा और सनातन संस्कृति का केंद्र भी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को सुरक्षित रखना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड धर्मशाला के विस्तारीकरण की सराहना करते हुए कहा कि यह स्थल न केवल तीर्थयात्रियों को सुविधाएं उपलब्ध कराएगा बल्कि उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं को देशभर में प्रतिष्ठित करने में मदद करेगा। धामी ने कहा कि बड़ी संख्या में उत्तराखंड के श्रद्धालु और प्रवासी परिवार राजस्थान में रहते हैं, जिनके लिए यह धर्मशाला एक बड़ा केंद्र बनेगी।
उन्होंने अपने संबोधन में सामाजिक सौहार्द की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि कुछ तत्व समाज में विभाजन फैलाने का प्रयास करते हैं, लेकिन राज्य सरकार एवं समाज दोनों मिलकर ऐसी मानसिकता का दृढ़ता से विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि “जहां संस्कृति की रक्षा होगी, वहीं समाज मजबूत होगा और राष्ट्र भी सशक्त बनेगा। ”इस अवसर पर बड़ी संख्या में उत्तराखंड मूल के लोगों, स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं ने कार्यक्रम में भाग लिया। समारोह में प्रदेश की सांस्कृतिक झलक, भजन-कीर्तन और पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुनों ने माहौल को दिव्य और भव्य बना दिया।
मुख्यमंत्री धामी ने अंत में कहा कि उत्तराखंड सरकार देश के हर हिस्से में बसे उत्तराखंडी समुदाय के कल्याण और सुविधा के लिए निरंतर सहयोग करती रहेगी और राज्य की सांस्कृतिक विरासत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना सरकार का संकल्प है।
