रायवाला में नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर में उमड़ी भीड़, 259 लोगों ने कराई आंखों की जांच, 19 को ऑपरेशन की सलाह

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रायवाला : ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने के उद्देश्य से निर्मल आश्रम आई इंस्टीट्यूट खैरीकला की ओर से संस्कार चिल्ड्रन एकेडमी रायवाला में एक भव्य नि:शुल्क नेत्र जांच एवं दवा वितरण शिविर का आयोजन किया गया। रविवार को आयोजित इस शिविर में आसपास के गांवों से सैकड़ों लोग पहुंचे और अपने नेत्रों की जांच कराई।

शिविर में कुल 259 लोगों की नेत्र जांच की गई, जिनमें से 19 मरीजों को ऑपरेशन की सलाह दी गई। अस्पताल के मुख्य प्रबंधक अजय शर्मा ने बताया कि यह शिविर महंत राम सिया महाराज और संत बाबा 1008 सिया महाराज की प्रेरणा से आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान 24 मरीजों में मोतियाबिंद और दो मरीजों में नाखूना टेररिज्म (पलक की बीमारी) की शिकायत मिली।

अजय शर्मा ने कहा कि निर्मल आश्रम आई इंस्टीट्यूट ग्रामीण व वंचित वर्ग को बेहतर नेत्र स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि शिविर में 135 लोगों को नि:शुल्क चश्मे तथा 120 मरीजों को आवश्यक दवाएं प्रदान की गईं, ताकि उन्हें तत्काल राहत मिल सके।शिविर का उद्घाटन ग्राम प्रधान सागर गिरी ने किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से ग्रामीणों, विशेषकर बुजुर्गों और महिलाओं को काफी लाभ मिलता है। बहुत से लोग संसाधनों की कमी या दूरी के कारण अस्पताल नहीं जा पाते, ऐसे में यह शिविर उनके लिए बेहद उपयोगी साबित हो रहा है। उन्होंने आयोजन के लिए निर्मल आश्रम प्रबंधन का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधक प्रकाश पांडे, प्रधानाचार्य तुलसी पांडे, डॉ. शिवाली, संतोष भारती, आकाश राणा, ममता भट्ट, आराधना, दिलप्रीत, प्रभाकर, गवाणी, राजकुमार, प्रताप सिंह तड़ियाल, संदीप खंतवाल आदि उपस्थित रहे।

स्थानीय ग्रामीणों ने निर्मल आश्रम आई इंस्टीट्यूट के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि इस प्रकार के नि:शुल्क शिविर नियमित रूप से लगाए जाने चाहिए, ताकि अधिक से अधिक लोगों को आंखों की बीमारियों से बचाव और उपचार का अवसर मिल सके।

ग्राम प्रधान और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है। इस तरह के शिविर न केवल लोगों की जांच कर उन्हें उपचार उपलब्ध कराते हैं, बल्कि उन्हें नेत्र सुरक्षा और स्वच्छता के प्रति भी जागरूक करते हैं।

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