मुनि की रेती में नशे ने ली एक और जान, शराब ठेकों के खिलाफ भड़का आक्रोश

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ऋषिकेश: एक ही दिन में ऋषिकेश के दो चेहरे सामने आए। एक ओर जहाँ नशे के खिलाफ एक रैली निकाली जा रही थी, वहीं दूसरी ओर मुनि की रेती के दोगी पट्टी इलाके में शराब के नशे में एक युवक की हत्या के बाद लोगों ने सड़क पर शव रखकर जबरदस्त प्रदर्शन किया। यह घटना शनिवार शाम की है, जब नाई का काम करने वाले आरोपी अक्षय ठाकुर ने शारीरिक रूप से दिव्यांग अजेंद्र कंडारी को चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दुख और आक्रोश की लहर पैदा कर दी। रविवार को लोगों ने अजेंद्र का शव तपोवन तिराहे पर रखकर न्याय की मांग की। प्रदर्शनकारियों का गुस्सा नजदीकी शराब के ठेके पर फूट पड़ा और लोग उसे बंद करने की मांग पर अड़े रहे।

परिवार का आधार टूटा:

अजेंद्र शारीरिक रूप से विकलांग थे, लेकिन हिम्मत और आत्मसम्मान के साथ जीवन जी रहे थे। उनकी नृशंस हत्या ने परिवार का एकमात्र सहारा छीन लिया है। उनके वृद्ध माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है, “हमारे बेटे ने किसी का क्या बिगाड़ा था? वह बस अपने काम से काम रखता था।”

जनता की मांगें:

इस घटना के बाद आक्रोशित नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने तीन प्रमुख मांगें रखी हैं:

  1. हत्यारे अजय ठाकुर को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सज़ा मिले।
  2. क्षेत्र में खुले शराब ठेकों की जांच कर उन्हें तत्काल बंद किया जाए।
  3. देवभूमि को नशे की जकड़न से मुक्त कराने के लिए एक सख्त नीति बनाई जाए।

स्थानीय लोगों का दावा है कि यह इस क्षेत्र में नशे के कारण होने वाली चौथी हत्या है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया:

भाजपा नरेंद्र नगर ग्रामीण मंडल अध्यक्ष रमेश पुंडीर ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “आइए हम सब मिलकर इस निर्मम हत्या की भर्त्सना करें और इस शांतिपूर्ण क्षेत्र में फिर से शांति और सुरक्षा की स्थापना के लिए एकजुट हों। हमें राजनीतिक प्रतिबद्धताओं से ऊपर उठकर इस मुद्दे पर गंभीर चिंतन करना होगा।”

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